मुझे खुशी है कि सीबीएसई ने हमारे सुझावों को ध्यान में रखा : सिसोदिया
नई दिल्ली, 17 जून (हि. स.)। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को कक्षा 12वीं के परिणामों पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई घोषणा पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, 'मैं 12वीं की परीक्षा रद्द होने की खबर सुनकर खुश हूं। मुझे अच्छा लगा कि वे 10 वीं और 11 वीं कक्षा के प्रदर्शन के आधार पर छात्रों को पास करने के हमारे फार्मूले पर सहमत हो गए हैं। उन्होंने कहा, "यह फैसला सुप्रीम कोर्ट के बजाय केंद्र सरकार को पहले लेना चाहिए था। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि बोर्ड परीक्षाओं को कैंसिल करने के लिए सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप और राज्य सरकारों को विरोध करना पड़ा। अगर केंद्र सरकार ने मानवीय दृष्टिकोण अपनाया होता और छात्रों की दलील सुनी होती तो सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप करने की ज़रूरत नहीं होती। फिर भी, मुझे खुशी है कि आखिर में यह निर्णय हमारे छात्रों के हित में लिया गया। शैक्षणिक सत्र 2021 और 22 में मूल्यांकन के लिए एक समान या बेहतर मानदंड अपनाने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोरोना के चलते विपरीत परिस्थितियों में भी हमने इस साल की बोर्ड परीक्षाओं के लिए एक विस्तृत मूल्यांकन मानदंड बनाया है। हमें अभी से बोर्ड की कक्षाओं के लिए भी एक मानदंड विकसित करने पर विचार करने की ज़रूरत है ताकि इस साल जो अफरातफरी हुई उससे बचा जा सके। अगर स्कूलों को आंशिक रूप से खोलना है तो मूल्यांकन और प्रोजेक्ट्स के संचालन के तौर-तरीके के साथ ही हमें ऑनलाइन परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए एक योजना विकसित करना शुरू कर देना चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार/ श्वेतांक