नई दिल्ली, हि.स.। दिल्ली में लगातार हो रही बारिश से हालात चिंताजनक हो रहे हैं। बाढ़ के कारण राजधानी के हालात दिनों दिन खराब होते जा रहे हैं। यमुना के किनारे के इलाकों से सरकार ने लोगों को निकलने और वहां ना जाने की हिदायत दी है। इधर चिंताजनक होते हालात के बीच दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक के बाद स्कूल कॉलेज को बंद करने का फैसला लिया है। लाल किले में भी पानी घुस गया है। इधर, जलजमाव और बारिश ने मेट्रो की रफ्तार पर भी रोक लगा दी है।
क्या है मेट्रो पर असर
यमुना नदी के ऊपर से गुजरते समय मेट्रो की स्पीड लिमिट 30 किलोमीटर/घंटा से अधिक नहीं होगी। दिल्ली मेट्रो में ट्वीट किया कि यमुना के बढ़ते जल स्तर के कारण, एहतियात के तौर पर ट्रेनें नदी पर बने सभी चार मेट्रो पुलों से 30 किमी प्रति घंटे की प्रतिबंधित गति से गुजर रही हैं।
सीएम ने लिया हालात का जायजा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल वजीराबाद जल शोधन संयंत्र (WTP) पहुंचे. यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण प्लांट को फिलहाल बंद कर दिया गया है। केजरीवाल ने कहा, पहली बार दिल्ली में यमुना इस स्तर पर पहुंची है। अभी 3 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद हो गए हैं, क्योंकि पानी मशीनों में घुस गया है। पानी कम होने के बाद मशीनों को सुखाया जाएगा। इससे दिल्ली का पानी करीब 25% कम हो जाएगा। दिल्ली में 1-2 दिन पानी की किल्लत रह सकती है। मुझे उम्मीद है कि कल शाम तक प्लांट शुरू हो जाएगा।
क्या है यमुना का ताजा जलस्तर
यमुना में गुरुवार सुबह 7:00 बजे जलस्तर 208.46 मीटर था। वर्तमान में जल का स्तर खतरे के स्तर से 3 मीटर ऊपर है। बारिश और हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी से यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है।
मेट्रो के एक स्टेशन बंद
यमुना में बढ़े जलस्तर के कारण यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन में जाने का रास्ता बंद हो चुका है। दिल्ली मेट्रो ने ट्वीट कर कहा है कि वर्तमान में यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन पानी के चलते उपलब्ध नहीं है। कृपया अपनी यात्रा को प्लान करते समय वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि यमुना बैंक स्टेशन पर फिलहाल इंटरचेंज की सुविधा उपलब्ध है। बारिश के चलते दिल्ली के विभिन्न इलाकों में ट्रैफिक जाम का भी संकट पैदा हो गया है। शास्त्री पार्क इलाके में लोगों को घंटों जाम का सामना करना पड़ रहा है।यमुना में गुरुवार सुबह 7:00 बजे जलस्तर 208.46 मीटर था। वर्तमान में जल का स्तर खतरे के स्तर से 3 मीटर ऊपर है। बारिश और हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी से यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है।