कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक का चुनाव जीतकर सिर्फ अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच ऊर्जा भरने का काम नहीं किया है बल्कि विपक्षी पार्टी के बीच अपनी ताकत का बहुमत दिखाया है।