बोलने-की-आजादी-का-हिस्सा-है-विज्ञापन-लेकिन-किसी-अन्य-ट्रेडमार्क-स्वामी-की-कीमत-पर-नहीं-अदालत
बोलने-की-आजादी-का-हिस्सा-है-विज्ञापन-लेकिन-किसी-अन्य-ट्रेडमार्क-स्वामी-की-कीमत-पर-नहीं-अदालत

बोलने की आजादी का हिस्सा है विज्ञापन, लेकिन किसी अन्य ट्रेडमार्क स्वामी की कीमत पर नहीं: अदालत

नयी दिल्ली, तीन नवंबर (भाषा) दिल्ली उच्च न्यायालय ने वेब यातायात को एक अन्य वेबसाइट पर भेजे जाने की शिकायत के मामले में गूगल से जांच करने को कहा है। अदालत ने कहा कि विज्ञापन ‘बोलने की आजादी’ का हिस्सा है लेकिन यह किसी कंपनी स्वामी के ट्रेडमार्क के मूल्य क्लिक »-www.ibc24.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in