छत्तीसगढ़
चरमपंथी या इस्लामी विचारधाराओं की बजाय ‘मिश्रित, अस्थिर, अस्पष्ट’ विचारधारा के लोग ज्यादा
बैरी रिचर्ड्स, बोर्नमाउथ यूनिवर्सिटी पूल (यूके), सात दिसंबर (द कन्वरसेशन) हिंसा की भावना को समझना अक्सर मुश्किल होता है, खासकर एक आतंकवादी हमले की सूरत में। ऐसे में जब कोई व्यक्ति कोई ऐसा अपराध करता जो हमारी समझ से बाहर होता है तो हम उसे ‘‘चरमपंथ’’ अथवा ‘‘इस्लामी’’ जैसे नाम क्लिक »-www.ibc24.in