छत्तीसगढ़
आपने मस्तिष्क के ‘ग्रे मैटर’ के बारे में सुना होगा्, आइए जानते हैं ‘व्हाइट मैटर’ भी क्यों अहम है
(क्रिस्टोफर फिले, तंत्रिकातंत्र विज्ञान एवं मनोविज्ञान के प्रोफेसर, कोलोराडो विश्वविद्यालय अंशूट्ज चिकित्सा परिसर) औरोरा (अमेरिका), आठ मई (द कन्वरसेशन) किसने विचार नहीं किया होगा कि याददाश्त कैसे बनती है, वाक्यों की रचना कैसे होती है, सूर्यास्त की प्रशंसा कैसे की जाती है और सृजनात्मक क्रियाएं या नृशंस अपराध कैसे होते क्लिक »-www.ibc24.in