छत्तीसगढ़
जब दिलीप कुमार की टिप्पणी के बाद लता मंगेशकर ने एक मौलाना से उर्दू पढ़ना शुरू किया
(आसिम कमाल) नयी दिल्ली, छह फरवरी (भाषा) स्वर कोकिला लता मंगेशकर को लेकर अक्सर लोगों के मन में एक सवाल उठता है कि एक मराठी भाषी गायिका ने उर्दू से परिचित नहीं होने के बावजूद इस भाषा में अपने उच्चारण को कैसे बेहतर किया? इसका उत्तर वर्ष 1947 में मिलता क्लिक »-www.ibc24.in