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आलोचना के लिए एक लक्ष्मण रेखा होनी चाहिए: दिल्ली उच्च न्यायालय ने उमर खालिद से कहा

नयी दिल्ली, 27 अप्रैल (भाषा) दिल्ली उच्च न्यायालय ने बुधवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्र उमर खालिद द्वारा भाषण देते समय प्रधानमंत्री की आलोचना में ‘जुमला’ शब्द के इस्तेमाल पर अप्रसन्नता जताई और कहा कि आलोचना के लिए कोई ‘लक्ष्मण रेखा’ होनी चाहिए। खालिद का यह भाषण क्लिक »-www.ibc24.in

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