चेन्नई, 23 अप्रैल (भाषा) भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण ने शनिवार को कहा कि कोई भी भाषा सीखना, भले ही वह किसी की मातृभाषा क्यों न हो, व्यक्ति के विकास में ही योगदान देगी। उन्होंने तेलुगु भाषी लोगों से अपनी जड़ों को नहीं भूलने का आह्वान किया। न्यायमूर्ति रमण क्लिक »-www.ibc24.in