छत्तीसगढ़
घरेलू हिंसा:‘साझा घर में रहने का अधिकार’ केवल वैवाहिक आवास तक सीमित नहीं
नयी दिल्ली,12 मई (भाषा) उच्चतम न्यायालय ने घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के हितों की रक्षा करने वाले एक महत्वपूर्ण फैसले में बृहस्पतिवार को ‘साझा घर में रहने के अधिकार’ की व्यापक व्याख्या की। न्यायालय ने कहा कि इसे केवल वास्तविक वैवाहिक आवास तक ही सीमित नहीं किया जा सकता क्लिक »-www.ibc24.in