छत्तीसगढ़
हिन्दू समाज को संगठित करने के लिये ‘समता’ अनिवार्य पहलू है : भागवत
नयी दिल्ली, 14 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बृहस्पतिवार को कहा कि सामाजिक समता और हिन्दू समाज समानार्थक है और उसे (हिन्दू समाज) संगठित करने के लिये समता अनिवार्य पहलू है। उन्होंने कहा कि सत्य, अहिंसा, समता आदि की बात काफी लोग करते हैं, क्लिक »-www.ibc24.in