शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को भी राजद का टिकट
शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को भी राजद का टिकट

शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को भी राजद का टिकट

रघुनाथपुर से हिना ने अभी चुनाव लड़ने की नहीं दी है सहमति आनंद मोहन के बेटे शिवहर से लड़ेंगे चुनाव पटना, 11 अक्टूबर (हि.स.) । वोट बैंक का ख्याल करते हुए सीवान जिले की रघुनाथपुर विधानसभा सीट से सजायाफ्ता पूर्व बाहुबली सांसद मो. शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को लड़ाने की तैयारी है। राजद हिना शहाब को सिंबल देने को तैयार है मगर पेच यह है कि इस बार हिना शहाब चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। बता दें कि हिना ने राजनीति में वर्ष 2009 में तब कदम रखा था जब पति शहाबु्द्दीन के चुनाव लड़ने पर कोर्ट ने रोक लगा दी थी। वह 2009, 2014 और 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ी थीं और तीनों ही चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। बता दें कि बाहुबली नेता व पूर्व सांसद शहाबुद्दीन बिहार में आतंक का कभी पर्याय था। सीवान जिले में तो उनकी सामानांतर सरकार चलती थी। वह खुद ही दरबार भी लगाते थे। हत्या, लूट, अपहरण, अवैध हथियार की खरीद-बिक्री जैसी न जाने अपराध की किस स्याही से उसके हाथ न रंगे थे। फिलहाल, वह चर्चित तेजाब हत्याकांड सहित कई आपराधिक मामलों में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। लालू के समय जंगलराज का तमगा ऐसे बाहुबली नेताओं के कारण ही मिला है। राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने उन्हें वर्ष 1990 में पार्टी में शामिल किया था। तब से वह दो बार विधायक और चार बार सांसद रह चुके हैं। बहरहाल, इसके अलावा भी राजद में टिकट काटने-बांटने का काम गुपचुप तरीके से किया जा रहा है। पहले चरण में सभी 42 सीटों पर राजद ने दावेदारों को चुपके से सिंबल दिया। दूसरे चरण में भी अभी तक 40 से अधिक प्रत्याशी उतार दिए गए हैं। दूसरे दल से आए दावेदारों से भी परहेज नहीं है। परिहार में जदयू से महज कुछ दिन पहले आई रितु जायसवाल को टिकट दे दिया गया है। इसी तरह लवली आनंद के बेटे को शिवहर से लालटेन थमा दी गई। लवली ने मात्र 12 दिन पहले 28 सितंबर को जदयू छोड़कर राजद की सदस्यता ली थी। प्रत्याशियों में फेरबदल का सिलसिला जारी है। अभी तक दोनों चरणों में आठ विधायक बेटिकट हो चुके हैं। रामचंद्र पूर्वे की दावेदारी दरकिनार परिहार में राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पूर्वे की दावेदारी थी। विधान परिषद सदस्य बनने के बाद वे पत्नी डॉ. रंजना पूर्वे के लिए टिकट चाह रहे थे। राजद में परिजनों को टिकट दिलाना कोई जुर्म नहीं माना जाता। कई नेताओं ने परिजनों को टिकट दिलाया है। परिहार चूंकि रामचंद्र पूर्वे की परंपरागत सीट है। इसलिए इस पर उनकी नजर थी। पिछली बार वे यहां से मामूली अंतर से हार गए थे। किंतु आलाकमान ने पूर्वे की दावेदारी को दरकिनार करते हुए रितु को उम्मीदवार बनाया। उन्हें सिंबल भी मिल चुका है। बड़हरा सीट पर भी विवाद है। भाजपा के एमएलसी चुन्ना पांडेय के भाई बच्चा पांडेय को राजद ने धूमधाम से पार्टी में शामिल कराया था। टिकट का भरोसा भी दिया था। अब वृशिण पटेल की दावेदारी भारी हो गई है। बच्चा पांडेय को यह रास नहीं आ रहा। इस दौरान शनिवार को नाथनगर से अली अशरफ सिद्दीकी और सोनपुर से रामानुज प्रसाद को भी सिंबल थमा दिया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव रंजन/विभाकर-hindusthansamachar.in

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