वृक्षारोपण के नाम पर भारी घोटालाः राजद
वृक्षारोपण के नाम पर भारी घोटालाः राजद

वृक्षारोपण के नाम पर भारी घोटालाः राजद

पटना 11 अगस्त (हि.स.)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने राज्य सरकार पर वृक्षारोपण के नाम पर भारी घोटाला और फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया है। राजद नेता ने कहा कि पिछले कई वर्षों से राज्य की एनडीए सरकार वृक्षारोपण के नाम पर भारी घोटाला और फर्जीवाड़ा करती रही है। एनडीए द्वारा सरकारी खजाने की राशि को हजम करने का यह काफी पुराना नुस्खा है। उसी नुस्खे के तहत 9 अगस्त को भी बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर साढ़े तीन करोड़ पौधे लगाने का दावा किया गया है और हजारों करोड़ रुपये खर्च किये गये। इसमें कुछ पौधे तो कागज के पन्नों पर ही लगा दिये जाते हैं और फोटो खिंचवाने के लिए जो पौधे लगाये भी जाते हैं कुछ दिनों के बाद उसे सुखा हुआ बता दिया जाता है। एनडीए शासन में यह खेल काफी पुराना है। राजद नेता ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2009 -10 और वित्तीय वर्ष 2010 -11 में मनरेगा योजना की राशि से राज्य के सभी ग्राम पंचायतों में वृक्षारोपण का सघन कार्यक्रम चलाया गया। काफी प्रचार-प्रसार किया गया। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की फोटो के साथ बड़े-बड़े होर्डिंग और पोस्टर लगाये गये। एक-एक पंचायत में 500 से लेकर पांच हजार पौधे लगवाने का दावा किया गया। उसकी देखभाल और सुरक्षा के नाम पर हजारों-हजार करोड़ रुपये खर्च दिखलाये गये, पर आज कहीं एक भी पेड़ का दर्शन दुर्लभ है। कई बार जांच की मांग हुई, सरकार ने जांच की घोषणा भी की, पर सब कागज के पन्नों में दब कर रह गया। उपमुख्यमंत्री बतायें अब तक कितनी राशि खर्च की गई राजद नेता ने कहा कि राज्य के इस सबसे बड़े घोटाले में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका वन एवं पर्यावरण विभाग की है जो उपमुख्यमंत्री के जिम्मे है। उन्हें बताना चाहिए कि एनडीए शासनकाल के 15 वर्षों में राज्य में कुल कितने पेड़ और पौधे सरकार के स्तर पर लगाया गया। उसमें कितने पेड़ और पौधे का अस्तित्व बरकरार है और अब तक कितनी राशि वृक्षारोपण और उसके रख-रखाव पर खर्च किए गए हैं। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/विभाकर-hindusthansamachar.in

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