लोजपा प्रत्याशी और गोड्डा सांसद के बीच सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर चल रहे जंग ने अब पकड़ा तुल
लोजपा प्रत्याशी और गोड्डा सांसद के बीच सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर चल रहे जंग ने अब पकड़ा तुल

लोजपा प्रत्याशी और गोड्डा सांसद के बीच सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर चल रहे जंग ने अब पकड़ा तुल

भागलपुर, 04 नवम्बर (हि.स.)। डिप्टी मेयर सह भागलपुर विधानसभा के लोजपा प्रत्याशी राजेश वर्मा और गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बीच सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर चल रहा जंग ने अब तुल पकड़ लिया है। बुधवार को भी राजेश वर्मा ने निशीकांत दुबे का एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें सांसद अपने विरोधियों के बारे में कुछ कहते देखे जा सकते हैं। हलांकि यह वीडियो पुराना बताया जा रहा है। सबसे पहले राजेश वर्मा ने ही सांसद का एक ओडियो वायरल किया था। फिर सांसद ने उस ओडियो को पुराना बताया था। इस दौरान सांसद ने शहर के एक होमियोपैथी चिकित्सक डॉ नीतेश दुबे पर भी टिप्पणी की थी। जिसका जवाब डॉ नीतेश ने सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर सांसद को दिया। इधर 2019 के लोकसभा चुनाव के समय के एक ऑडियो को गोड्डा के भाजपा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे के खिलाफ वायरल करने को लेकर 02 नवम्बर को राजेश वर्मा के खिलाफ डॉ. निशिकांत दुबे के एक रिश्तेदार ने एफआईआर दर्ज कराया और फिर 03 नवंबर को वोटिंग खत्म होते ही करीब दो दर्जन लोग लोजपा प्रत्याशी के घर पर चढ़ गए। लोगों को घर में घुसते देख प्रत्याशी ने महिलाओं को बम-गोली के डर से अंदर जाने के लिए कहा और साथ ही आवाज लगाई- 'घर में घुसा तो गोली मार दूंगा। एक तरफ भागलपुर पुलिस ईवीएम बदले जाने की अफवाह से भड़की भीड़ को नियंत्रित कर रही थी और दूसरी तरफ खरमनचक स्थित लोजपा प्रत्याशी राजेश वर्मा के घर पर हमले की जानकारी से परेशान हो गई। पुलिस को यहां भी आननफानन में आना पड़ा। हालांकि वरीय अधिकारियों के आने की सूचना पर ही मामला शांत हो गया। खुद को गोड्डा सांसद का रिश्तेदार बताते हुए 02 नवंबर को आदर्श कोतवाली थाने में भागलपुर निवासी सुलोचन पांडेय ने एफआईआर दर्ज कराई थी कि पूर्व सांसद सैयद शाहनवाज हुसैन, बक्सर सांसद व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे और गोड्डा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे के परिवार से जुड़ी महिलाओं की फोटो का राजेश वर्मा ने लोकसभा चुनाव में गलत इस्तेमाल किया था। गोड्डा में अमर्यादित टिप्पणी के साथ ऐसे पोस्टर बंटवाए जाने की सूचना पर डॉ. निशिकांत दुबे और डॉ. नीतीश दुबे के बीच 2019 में ही बातचीत हुई थी, जिसकी रिकॉर्डिंग डॉ. नीतीश ने राजेश वर्मा को दे दी थी। विधानसभा चुनाव में राजेश वर्मा ने उसी ऑडियो को वायरल कर भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश की है और साथ ही डॉ. निशिकांत दुबे को बदनाम भी किया। यह एफ आई आर दाखिल होने के बाद राजेश वर्मा ने कहा कि 'डॉ. निशिकांत ने चुनाव के समय मुझे और मेरे परिवार को अपमानित करने की साजिश रची है। लोग क्षेत्र में मेरे किए काम को भूल नहीं सकते, इसलिए उन्हें भटकाया जा रहा है। चुनाव में भाजपाई प्रत्याशी को जिताने के लिए मतदान के ठीक एक दिन पहले जबआईआर दर्ज कराई गई। मामले में दोनों ओर से प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। राजेश वर्मा ने कुश पांडेय, करन शर्मा के साथ कुछ अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज किया है। जबकि दूसरे पक्ष से राजेश वर्मा को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/बिजय-hindusthansamachar.in

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