बेतिया, 02 दिसम्बर (हि.स.)। जिलाधिकारी द्वारा आज जेई/एईएस (मस्तिष्क ज्वर-चमकी बुखार) की रोकथाम के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा कार्यालय प्रकोष्ठ में की गयी। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी कुंदन ने अधिकारियों से कहा कि जेई/एईएस की रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा वर्ष 2020 में अच्छा कार्य किया गया है। पूर्व में स्थिति गंभीर होने पर बच्चे को बाहर रेफर करना पड़ता था लेकिन अब इसी जिले में पीकू, नरकटियागंज एवं जीएमसीएच, बेतिया में हर प्रकार की चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध है। पीड़ित बच्चे को हर हाल में स्वस्थ किया जाय। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चा अनमोल है, एक-एक बच्चे का ख्याल रखना अतिआवश्यक है।आगामी वर्ष 2021 में जेई/एईएस की रोकथाम हेतु विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाय तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निदेशों का अक्षरशः पालन किया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि पश्चिम चम्पारण जिले में वर्ष 2020 में जेई/एईएस के अबतक कुल 05 मामले सामने आये हैं। ऐहतियातन इसकी रोकथाम के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को अपडेट रखा जाय। जिले के सभी पीएचसी में जेई/एईएस से बचाव हेतु सभी आवश्यक दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाय। इसके साथ ही आवश्यक दवाओं के साथ-साथ पैरासिटामोल, ओआरएस सहित ग्लूकोज भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ता, सेविका-सहायिका, एएनएम आदि को पुनः समुचित तरीके से प्रशिक्षित किया जाय ताकि जेई/एईएस की रोकथाम में कोई परेशानी उत्पन्न नहीं हो तथा पीड़ित बच्चों का प्राथमिक इलाज समुचित ढंग से किया जा सके। साथ ही सभी पीएचसी के डाॅक्टरों को भी पुनः प्रशिक्षित करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है। सिविल सर्जन को निदेश दिया गया कि जेई/एईएस की रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित किया जाय। आवश्यकता पड़ने पर हाउस-टू-हाउस सर्वे भी करायी जाय। जिलाधिकारी द्वारा आईसी के अंतर्गत माता-पिता को जागरूक करने हेतु अभियान चलाने का निदेश दिया गया कि वे अपने-अपने बच्चों को रात में बिना खाना खिलाएं नहीं साने दें। हिन्दुस्थान समाचार / अमानुल हक-hindusthansamachar.in