पुलिस और अपराधियों के गठजोड़ से खिलाफ उठी आवाज
दियारा विकास संघर्ष समिति की बैठक गोपालगंज,12 अक्टूबर(हि. स.)। दियारा विकास संषर्घ समिति के कार्यकर्ताओं ने दियारा क्षेत्र में बढ़ते अपराध और अपराधियों की धरपकड़ के लिए चलाए जा रहे आन्दोलन को विफल करने को लेकर अपराधियों और पुलिस की मिलीभगत से समिति के सदस्यों पर झूठे मुकदमें दर्ज कर जेल भेजे से नाराज दियारा के लोगों ने एक गुरुवार को सिपाया खास में बैठक की । इसमें सर्वसम्मति से अपराधियों के इशारे पर काम करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की गयी । बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर बिहार के डीजीपी को पत्र भेजा गया।गंडक दियारा विकास संघर्ष समिति के संयोजक सह दलित सेना जिला अध्यक्ष अनिल कुमार मांझी,किसान प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह, ने कहा कि दियारा क्षेत्रों में शांति कायम करने , नदी के कटाव से विस्थापितों को पुनर्वास दिलाने , बाढ़ की समस्याओं से जूझ रहे बाढ़ पीड़ितों को बाढ़ से निजात दिलाने,गन्ना किसानों की समस्या का समाधान कराने,कृषि पर आधारित किसानों मजदूरों की बेहतरी के लिए आवाज उठाने के लिए संकल्प लेने वाले लोगों पर पुलिस झूठे मुकदमें दर्ज कर जेल भेज रही है। समिति के संस्थापक मिथिलेश कुमार राय को कुख्यात अपराधी के कहने पर पुलिस ने बिना जांच किए जेल भेज दिया जबकि कुख्यात अपराधी पप्पू कुशवाहा के दियारा क्षेत्र में लगातार अपराध करने से दियारा के लोग डरे सहमे थे जिसकी गिरफ्तारी के लिए समिति के सदस्यों ने आवाज उठाई थी। इसको लेकर समिति के सदस्यों ने एसपी मनोज कुमार तिवारी से मिलकर अपनी मांग रखी थी। समिति ने पुलिस के इस रवैये के खिलाफ सत्याग्रह करने का निर्णय लिया है । हिन्दुस्थान समाचार/अखिला /विभाकर-hindusthansamachar.in