छपरा में जेपीविवि का एसएफआई ने किया घेराव, कुलपति को सौंपा ज्ञापन
छपरा, 02 दिसम्बर (हि.स.)। कोई भी शैक्षणिक संस्थान देश और समाज के भविष्य निर्माता की भूमिका में होते हैं । जब उन्हीं में अराजकता और भ्रष्टाचार लबालब हो तो, फिर समझिये राष्ट्र का बेङा ही गर्क है । इसी दशा में आज जे पी युनिवर्सिटी पहुंच गया है। उक्त बातें एस एफ आई के राज्याध्यक्ष शैलेन्द्र यादव ने जेपी विश्वविद्यालय के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंगलवार को कही। उन्होंने समस्याओं को गिनाते हुए आगे बताया कि 2020- 2023 की अंतिम सूची का अभी तक प्रकाशन नहीं होना, मेधावी शोधार्थियों को जेआरएब और आरजीएनएफ के लाभ से लम्बे समय से बंचित रखना, परीक्षा विभाग और पीएचडी विभागा में मार्कशीट में त्रुटि सुधार एंव शोध पत्र जमा करने में अवैध वसूली, प्रायोगिक कक्षाओं की अनियमितता , लम्बे समय से शोध में प्रवेश के लिए आवेदन का प्रकाशन नहीं करना आदि समस्याएं ऐसी हैं कि छात्रों के उज्जवल भविष्य को ही गर्त में धकेल रही है। इतना ही नहीं छात्रों को मूल भूत सुविधा देने में भी हमारा यह विश्वविद्यालय असफल है। उन्होंने कहा कि कालेज कैम्पसों में शौचालय, पेयजल, प्रतीक्षालय की सुविधाओं से आज छात्र वंचित हैं, जिसके चलते खासकर हमारी छात्रा बहनों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। छात्र नेता विकास कुमार ने कहा कि आज का आन्दोलन केवल अगाज है। उन्होंने मांगे पूरी होते तक इसे अन्जाम तक पहुंचाने की घोषणा किया। इस मौके पर उपाध्यक्ष सद्दाब मजहरी ने शैक्षणिक अराजकता, व्यवसायीकरण और शिक्षा के भगवाकरण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज इतिहास का भ्रामक व्याख्या कर छात्रों के बीच नफरती माहौल बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके विरुद्ध भी हमें अभियान चलाने की आवश्यकता है। अन्त में पाच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने वीसी से मिल कर अपनी दस सूत्री माँगों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। प्रति कुलपति ने प्रदर्शनकारियों के साथ साकारात्मक दिखे और सभी मांगों को पूरा करने का सहानुभूतिपूर्वक आश्वासन देते हुए बोले की एक सप्ताह के अन्दर नामांकन की मेरीट लिस्ट जारी कर नामांकन लेने की प्रक्रिया चालू कर दिया जायेगा। हिन्दुस्थान समाचार / गुड्डू-hindusthansamachar.in