चंद्रगुप्त-चाणक्य की धरती पर नहीं है चारा चोर और  देशद्रोही के लिए जगह : निखिल रंजन
चंद्रगुप्त-चाणक्य की धरती पर नहीं है चारा चोर और देशद्रोही के लिए जगह : निखिल रंजन

चंद्रगुप्त-चाणक्य की धरती पर नहीं है चारा चोर और देशद्रोही के लिए जगह : निखिल रंजन

बेगूसराय, 29 अक्टूबर (हि.स.)। जिस बिहार में 1990 के दशक में अपराध उद्योग अपने चरम पर था, स्कूल और कॉलेज चरवाहा विद्यालय का रूप ग्रहण कर रहे थे। आज उस बिहार के विद्यालय और महाविद्यालय में छात्रों और शिक्षकों की आवाज गूंजती है। यहां की सड़कें गड्ढों में तब्दील थी, आज यहां की सड़कें विकसित राज्य से मुकाबला कर रही है। इसी विश्वास की गाड़ी पर चढ़कर बिहार अपनी प्राचीन लोकतांत्रिक विरासत को बरकरार रख सकता है। यह बात अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बिहार-झारखंड के क्षेत्रीय संगठन मंत्री निखिल रंजन ने गुरुवार को मतदाता जागरूकता अभियान के तहत बेगूसराय में आयोजित विस्तारित बैठक को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी विचारधारा जम्मू कश्मीर, राम मंदिर और राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लोगों के बीच लाया। इसलिए आधुनिक बिहार के युवा एवं सभी मतदाता को इन बातों को लेकर जागरूक किया जा रहा है। पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अजीत चौधरी ने कहा कि हम उस भयावह स्थिति से रूबरू नहीं होना चाहते हैं, जिससे हमारी पिछली पीढ़ी हुई है। मुख्यमंत्री आवास में फिरौती की रकम पहुंचाने पर अपहृत बच्चे सकुशल वापस मिल जाते थे, हम उसी परिवार के बच्चे को मुख्यमंत्री के रूप में नहीं देखना चाहते हैं। चंद्रगुप्त और चाणक्य की धरती पर चारा चोर एवं देशद्रोहियों के लिए कोई जगह नहीं है। इसलिए विद्यार्थी परिषद प्रत्येक घर जाकर संभावनाओं के बिहार के लिए मतदाताओं को जागरूक कर रही है। जिला संयोजक कन्हैया कुमार एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सोनू सरकार ने कहा कि तमाम क्षेत्रीय समस्याओं के साथ-साथ देश और राज्य के राष्ट्रवादी विचारों को आगे बढ़ाने वाले के समर्थन में विद्यार्थी परिषद अपना कार्य कर रही है और कृत संकल्पित है कि आने वाले समय में भी शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बिहार कीर्तिमान स्थापित करें। इन्हीं मुद्दों को लेकर प्रत्येक गांव में दस्तक दे रहे हैं। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अविगत कुमार, नगर मंत्री शिवम कुमार एवं जीडी कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि बेगूसराय चौमुखी विकास के रास्ते पर चल चुका है। छात्र-छात्राओं की चिर प्रतिक्षित मांग दिनकर विश्वविद्यालय है, जिसे राष्ट्रवादी विचारधारा के लोगों के द्वारा अपार समर्थन दिया गया है। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गौरव कुमार एवं सत्यम कुमार ने कहा कि अपराध और भ्रष्टाचार के कोख से जन्मा और भ्रष्टाचार की गंगा में डुबकी लगाने वाला स्वघोषित युवा अपने आप को बिहार के युवाओं का आइकॉन मान रहा है। लेकिन बिहार के युवा झांसे में नहीं आकर राष्ट्रभक्ति के साथ विकास करने वाले जनप्रतिनिधियों के साथ खड़ा है। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/विभाकर-hindusthansamachar.in

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