कहलगांव एनटीपीसी की चार यूनिट ठप, बिहार में गहरा सकता है बिजली संकट
कहलगांव एनटीपीसी की चार यूनिट ठप, बिहार में गहरा सकता है बिजली संकट

कहलगांव एनटीपीसी की चार यूनिट ठप, बिहार में गहरा सकता है बिजली संकट

भागलपुर, 07 अगस्त (हि.स.)। भागलपुर जिले के कहलगांव स्थित एनटीपीसी की चार यूनिटों से बिजली उत्पादन ठप हो जाने से बिहार में विद्युत संकट गहराने की संभावना बढ़ गई है। फिलहाल कहलगांव एनटीपीसी से 2340 मेगावाट के स्थान पर महज छह सौ मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। एनटीपीसी प्रबंधन फिलहाल टूटे तटबंध और तकनीकी खराबी को दुरुस्त करने में लगे हुए हैं। लेकिन हालात पर शीघ्र काबू नहीं पाया गया तो सूबे में बिजली संकट के हालात पैदा हो जायेंगे। बता दें कि एनटीपीसी कहलगांव के ऐश डाइक एरिया में बने कमजोर तटबंध की वजह से गुरुवारको दोपहर बाद लैगून नंबर दो में पानी का भारी दबाव हो गया था जिसके कारण बड़े भू-भाग में धसान हो गया और इसकी वजह से सेनोस्फियर, सीमेंट सहित कई मशीनें उसकी आगोश में आ गयीं। फ़लस्वरूप एनटीपीसी की चार यूनिटों में बिजली का उत्पादन ठप हो गया। उधर एनटीपीसी प्रबंधन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में प्रिवेंटिव मेजर के रूप में चार यूनिटों को बंद किये जाने की बात कही गयी है। वहीं ऐश डाइक लैगून नंबर दो को ठीक करने के लिए युद्धस्तर पर काम किये जाने की बात प्रबंधन की ओर से कही गयी है। मामले की जांच के लिए एनटीपीसी प्रबंधन की ओर से एक तकनीकी समिति का भी गठन किया गया है। तटबंध टूटने के कारण ऐश डाइक एरिया में जमा ऐश वाटर आसपास के खेतिहर जमीन में फैल गया है जिससे खेत में गंदा पानी का जमाव हो गया और खेती को भी नुकसान होने की बात कही जा रही है। हालांकि एनटीपीसी प्रबंधन की ओर से ध्वस्त हुए तटबंध को दुरुस्त करने का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है। एनटीपीसी प्रबंधन इसे शीघ्र दुरुस्त कर लेने का दावा करते शीघ्र ही बंद चार यूनिटों से बिजली उत्पादन जल्द शुरू करने की बात कह रही है। बता दें कि कहलगांव के ऐश डाइक में ठेके को लेकर वर्चस्व की लड़ाई चलती रहती है। ऐश को लेकर पूर्व में भी अलग-अलग गुटों में खूनी झड़प हो चुकी है। कमीशन को लेकर अलग-अलग गुट एक—दूसरे के आमने-सामने होते रहे हैं और ऐश डाइक के लैगून के तटबंध के क्षतिग्रस्त होने के पीछे भी बाहर की दूसरी कम्पनी को मिले ठेके को कारण बताया जा रहा है। फिलहाल यह एक जांच का विषय है। लेकिन ऐश को उठाने को लेकर पूर्व में गुटों के बीच हुई भिड़ंत को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। हिन्दुस्थान समाचार/बिजय/हिमांशु शेखर/विभाकर-hindusthansamachar.in

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