कटिहार में महानंदा प्रोजेक्ट को पूरा करने व मक्का प्रोसेसिंग फैक्ट्री लगाने का राहुल ने किया वादा
कटिहार में महानंदा प्रोजेक्ट को पूरा करने व मक्का प्रोसेसिंग फैक्ट्री लगाने का राहुल ने किया वादा

कटिहार में महानंदा प्रोजेक्ट को पूरा करने व मक्का प्रोसेसिंग फैक्ट्री लगाने का राहुल ने किया वादा

कटिहार, 03 नवम्बर (हि.स.)। कटिहार में हर साल बाढ़ के पानी से सैकड़ों एकड़ खेत में लगी फसल बर्वाद हो जाती है, थोड़ा बहुत बची हुई फसल का मंडी में उचित भाव नही मिलता है। अभी तक नीतीश सरकार ने बाढ़ से होने वाले फसल की बर्बादी को रोकने के लिए उचित कदम नही उठाया है। अगर बिहार में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार बनी तो हम महानंदा प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करने का काम करेंगे। कटिहार जिले के कोढ़ा विधानसभा क्षेत्र में 'बदलाव संकल्प रैली' को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने उक्त बातें मंगलवार को कहीं। उन्होंने कहा कि कटिहार सहित पूरे सीमांचल में बड़े पैमाने पर मक्का का उत्पादन किया जाता है परंतु किसानों को इसका उचित मूल्य नही मिलता है। महागठबंधन की सरकार बनते ही कटिहार में मक्का प्रोसेसिंग फैक्ट्री लगाया जायेगा ताकि किसानों को अपने फसल का उचित मूल्य मिल सके। युवाओं को रोजगार के लिए दूसरे प्रदेश जाने की जरूरत नही पड़ेगी, उन्हें यहीं पर रोजगार का अवसर मिलेगा। सभा मे मौजूद लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी भाषण को याद दिलाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इनकी कहनी और करनी में विरोधाभास है। पीएम मोदी ने दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था। अगर पूरा किया होता तो लोगों को दूसरे प्रदेश रोजगार के लिए जाने की जरूरत नही पड़ती। यहां के युवा जब रोजगार देने की बात नीतीश कुमार से करते हैं तो उन्हें डराया और धमकाया जाता है। राहुल ने नोटबन्दी को लेकर कहा कि नरेंद्र मोदी ने गरीबों को अपने पैसे के लिए लाइन में खड़ा किया और अम्बानी व अडानी को बैंक में बुलाकर नोट बांटी। इसी तरह जीएसटी लेकर मोदी ने छोटे छोटे दुकानदारों को सड़क पर ला खड़ा कर दिया है। मंच पर राहुल गांधी के अलावा सुबोध कांत सहाय, रागनी नायक, तारिक अनवर, प्रमोद तिवारी, अखिलेश कुमार सिंह, असफाक करीम, मनोहर प्रसाद, पूनम पासवान, प्रेम राय आदि मौजूद थे। लोगों को संबोधित करते हुए तारिक अनवर ने कहा कि 15 साल से बिहार के मुख्यमंत्री हैं नीतीश कुमार, यह कोई छोटा समय नही होता। आज देश के नक्शे पर बिहार बीमारू राज्य के रूप में जाना जाता है। पूरा देश आज बिहार की ओर देख रहा है। नीतीश कुमार भी 2015 की बिहार विधानसभा चुनाव महागठबंधन के साथ लड़ा था। लेकिन धोखा कर एक साल के बाद एनडीए के साथ मिल गए। इससे पहले अपने भाषण में रागिनी नायक ने कहा कि बिहार में हवा की रुख बदल गई है। यह चुनाव किसी पार्टी या दल का नहीं बल्कि दो विचारधारा की लड़ाई है या प्यार और नफरत की चुनाव है। ऊपर बड़े मियां नरेंद्र मोदी और नीचे छोटे मियां नीतीश कुमार, इन दोनों की निकम्मी सरकार है। लालटेन पकड़ा हुआ कांग्रेस का हाथ से ही बिहार का विकास होगा। नीतीश के राज में 12 करोड़ में से आधे लोग बेरोजगार हैं। राजद के राज्यसभा सांसद अहमद असफाक करीम ने कहा कि जमूरिहत को बचाने के लिए हमारा गठबंधन है। आज संविधान को खत्म करने की साजिश रची जा रही है, उसे बचना है। बिहार में महागठबंधन की सरकार आई तो हम यहां फैक्ट्री लगाएंगे ताकि बिहार के मजदूर और युवा को रोजगार के लिए पलायन नही करना पड़े। 15 साल में बिहार को एनडीए की सरकार ने बर्बाद कर रख दिया है। इस बार की चुनाव में 180 सीट महागठबंधन को आने जा रही है। हिन्दुस्थान समाचार/विनोद/चंदा-hindusthansamachar.in

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