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कोरोना संक्रमितों की लाश की हो रही दुर्गति, 18 घंटे तक एंबुलेंस में पड़ा रहा शव

बेगूसराय, 30 अप्रैल (हि.स.)। कोरोना के बढ़ते कहर को लेकर शासन-प्रशासन चाहे जितना भी दावा कर ले, लेकिन ना तो सही तरीके से इलाज हो रहा है और ना ही संक्रमितों की मौत के बाद उनके पार्थिव शरीर का समय पर निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार हो रहा है। बेगूसराय में बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना से छह लोगों की मौत हो गई है, जिनमें से चार लोगों के शव जहां दस घंटों से अधिक समय तक सदर अस्पताल के वार्ड में पड़े रहे।वहीं, एक शव गुरुवार की शाम छह बजे से शुक्रवार की दोपहर 12 बजे तक सदर अस्पताल परिसर में एंबुलेंस पर रखा रहा, लेकिन उसे कोई देखने वाला भी नहीं था। मामला जब मीडिया के संज्ञान में आया तो अस्पताल प्रबंधन ने शव को आगे की कार्रवाई के लिए भेज दिया। मृत बखरी प्रखंड के सलौना निवासी सनातन कुमार साह के परिजनों का कहना है कि दो दिन पहले हालत बिगड़ने के बाद प्रशासनिक स्तर पर इंजीनियरिंग कॉलेज स्थित आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कर सनातन का इलाज चल रहा था जहां गुरुवार को उसकी मौत हो गई। मौत के बाद शाम छह बजे से उसका शव सदर अस्पताल में एंबुलेंस पर रखा हुआ है, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है तो आखिर अंतिम संस्कार कैसे होगा। इस संबंध में अस्पताल अधीक्षक डॉ. आनंद शर्मा का कहना है कि नियम के तहत मौत के बाद शव को सीधा बखरी भेज दिया जाना था। लेकिन इंजीनियरिंग कॉलेज आइसोलेशन सेंटर में मौत के बाद परिजनों को कई बार फोन किया, किसी ने रिस्पांस नहीं लिया। इसके बाद शव को सदर अस्पताल भेज दिया गया। सदर अस्पताल में चार लोगों की मौत हो चुकी है तथा एक ही शव वाहन है, जिसे बारी-बारी से शव पहुंचाया जा रहा है जिसके कारण विलंब हुआ है। अभी जानकारी मिलते ही इस शव को बखरी भेजा जा रहा है, जहां निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार कराये जाने का निर्देश दिया गया है। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले भी बखरी मेंं एक युवक की मौत के बाद 18 घंटे तक शव लावारिस हालत मेंं पड़ा रहा। लेकिन प्रशासनिक स्तर पर अंतिम संस्कार की कोई व्यवस्था नहींं की गई। जिसके बाद बगैर पीपीई किट के ही परिजनोंं ने अंतिम संस्कार किया था। इसके अलावा भी इलाज और मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए लोग जलालत झेल रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र

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