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श्रद्धापूर्वक याद किए गए देश विरोधियों के दिल में खौफ पैदा करने वाले सुभाष चंद्र बोस

बेगूसराय, 23 जनवरी (हि.स.)। हिंदुस्तान विरोधियों के दिल में खौफ पैदा करने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी 125वीं जयंती पर शनिवार को पराक्रम दिवस केे रूप में श्रद्धापूर्वक याद किया गया। बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नेताजी को याद करते हुए नमन किया। उन्होंने कहा कि आजाद हिन्द फौज के संस्थापक, महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी की 125 वीं जयंती पराक्रम दिवस कोटि-कोटि नमन। इस अवसर पर जिले में विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। मुख्य समारोह जिला मुख्यालय के एनएच-31 स्थित सुभाष चौक (बायपास चौक) पर आयोजित किया गया। जहां इंडियन ऑयल की बरौनी रिफाइनरी द्वारा बनाए गए सुभाष पार्क में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर याद किया गया। इस अवसर पर बरौनी रिफाइनरी के कार्यपालक निदेशक शुक्ला मिस्त्री, डीएम अरविन्द कुमार वर्मा, एसपी अवकाश कुमार, डीडीसी सुशांत कुमार, रिफाइनरी के कॉर्पोरेट संचार प्रबंधक अंकिता श्रीवास्तव, सहायक हिन्दी अधिकारी शरद कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप कुमार सिन्हा, जदयू नेता चितरंजन सिंह, सदर एसडीओ संजीव कुमार चौधरी, मोहम्मद अहसन समे बड़ी संख्या में इंडियन ऑयल के अधिकारी, जिला प्रशासन के अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा बुद्धिजीवियों ने माल्यार्पण कर नेता जी को नमन किया। माल्यार्पण के बाद कार्यपालक निदेशक एवं डीएम ने कहा कि आज का दिन पूरे देश के लिए गर्व का दिन है। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस भारत की आजादी के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों में से एक हैं। सुभाष चन्द्र बोस ने स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेता महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू के साथ दो सौ वर्षों के ब्रिटिश शासन के चंगुल से अपने उचित तरीके से देश को स्वतंत्रता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके द्वारा दिया गया जय हिन्द का नारा देश का राष्ट्रीय नारा बन गया है। नेताजी सिर्फ देशभक्त ही नहीं एक महान बुद्धिजीवी थे, जिन्होंने हमेशा समाज के वंचित वर्ग की भलाई और हितों के बारे में सोचा। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र-hindusthansamachar.in

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