गायत्री शक्तिपीठ में यूट्यूब लाइव प्रसारण के माध्यम से परिष्कार सत्र का आयोजन

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सहरसा,30 मई(हि.स.)। गायत्री शक्तिपीठ में रविवार को यूट्यूब लाइव प्रसारण के माध्यम से व्यक्तित्व परिष्कार सत्र का आयोजन हुआ। सत्र को संबोधित करते हुए डाॅ अरूण कुमार जायसवाल ने कहा की "भक्ति रूपी अमृत मिल जाए तो कोरोना रूपी जहर समाप्त हो जायेगी" समाज से ही नहीं वल्कि पूरे विश्व ब्रह्मांड से समाप्त हो जायेगी।लेकिन लोग भक्ति को अकर्मण्यता समझते हैं।आजतक कोई ऐसी दवा कोरोना के लिए कारगर साबित नहीं हुआ। मात्र भक्ति ही एकमात्र है जो ,प्राण बल को,प्राण शक्ति को,जीवनी शक्ति को रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढाता है वह है भक्ति।इसलिए भक्ति करिए, प्राणायाम करिए, ईश्वर शरण में आईये और ईश्वर को समर्पित भाव से पुकारिये,चीत्कार लगाईये। उन्होंने कहा कि गायत्री का त्राणवल हीं उर्जा को बढ़ाती है वह अमृत हमे चाहिए। गय मतलब प्राण और त्रय मतलब त्राण।जो हमें वायरस, बैक्टीरिया से सुरक्षित रखती है।और हमारे अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है।उन्होंने कहा संसार के नियम सांसारिक गतिविधियों तक ही सीमित है।संसार के कारण संसार के नियमों की अवहेलना अगर हम करते हैं तो हमारे उपर नियम पर नियम लगते हैं। हिन्दुस्थान समाचार/अजय

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