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कुछ निजी अस्पताल पेश कर रहे सेवा की मिसाल, कुछ कर रहे मानवता को शर्मसार : विद्यार्थी परिषद

बेगूसराय, 11 मई (हि.स.)। पूर्वोत्तर बिहार के मेडिकल हब बेगूसराय में कुछ निजी अस्पतालों द्वारा महामारी के इस दौर में भी कोरोना संक्रमित समेय अन्य बीमारी से ग्रसित मरीजों के इलाज में मचाए जा रहे लूट को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने मोर्चा खोल दिया है। इसको लेकर मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक प्रतिनिधि मंडल ने डीएम तथा आईएमए के सचिव डॉ. रंजन चौधरी से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा है। पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अजीत चौधरी ने कहा कि विद्यार्थी परिषद जिला प्रशासन और चिकित्सा संघ से यह मांग करती है कि सभी निजी अस्पताल में सरकार द्वारा तय किए गए दर की लिस्ट हॉस्पिटल में चिपकाए एवं उससे अधिक राशि किसी भी स्थिति में नहीं वसूला जाए। इन्होंने कहा कि विभिन्न चिकित्सालय द्वारा मनमाने ढंग से पैसे की उगाही बंद नहीं किया गया तो वैसे अस्पताल में विद्यार्थी परिषद ताला बंद कर देगी। इस प्रकार के गतिविधि की त्रासदी के समय मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है। इस संबंध में आईएमए के सचिव डॉ. रंजन चौधरी ने कहा कि विद्यार्थी परिषद की मांग बिल्कुल जायज है और पूर्व में ही सभी अस्पतालों को कहा गया है कि निर्धारित दर से अधिक राशि नहीं वसूलेें। हम धरती पर ईश्वर की छाया के रूप में कार्य करते हैं तो हमारा कार्य भी ईश्वरीय होना चाहिए, इस भीषण परिस्थिति में हमें मानवता को प्रथम स्थान देना चाहिए। नगर मंत्री पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि विगत दिनों एक निजी चिकित्सालय द्वारा रोगी से पैसा वसूलने में हद पार कर दिया गया। बेटी की शादी के लिए खरीदे गए जेवर को बेचकर अस्पताल ने पैसा वसूल करवाया। वहीं, कुछ निजी अस्पताल एक रात के लिए मृत मरीज के परिजन से 45 हजार वसूल लिए। ग्लोकल अस्पताल के द्वारा एंटीजन कीट की ब्लैक मार्केटिंग की जा रही है। यदि डीएम इस प्रकार के अस्पतालों पर शीघ्र कार्यवाही नहीं करेेंगे तो विद्यार्थी परिषद अस्पताल के समक्ष प्रदर्शन करने को बाध्य होगा। हम असहाय लोगों के साथ की जा रही यह बर्बरता बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। नगर सह मंत्री अंशु कुमार एवं कार्यालय मंत्री विवेक कुमार ने मांग किया कि मरीज की मृत्यु हो जाने की स्थिति में कोई भी अस्पताल शुल्क माफ कर देे। जिला स्तर पर दो हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाए, जिस पर किसी भी निजी अस्पताल द्वारा मनमानी के खिलाफ शिकायत दर्ज किया जा सके एवं उस पर त्वरित कार्रवाई भी हो सकेे। विद्यार्थी परिषद ऐसे समय में सरकारी सिस्टम को मानवता की भलाई के लिए समर्पित मानता है। लेकिन, वर्तमान समय में बेगूसराय में बार-बार मानवता शर्मसार हो रही हैं। कुछ अस्पतालों द्वारा मृत मरीज को 25 किलोमीटर पहुंचाने के लिए परिजनों से एंबुलेंस का किराया 12 हजार तक लिया गयाा, लेकिन उनका सुनने वाला कोई नहीं है उक्त ज्ञापन की प्रतिलिपि सिविल सर्जन बेगूसराय तथा बिहार के स्वास्थ्य मंत्री को भी भेजा गया है। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा

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