सामाजिक कार्यकर्ता शैलेश ने पर्यावरण दिवस पर लोगो से अधिक से अधिक पेड़ लगाने की अपील की
आरा,4 जून(हि.स.)। दुनिया भर में छाई महामारी कोरोना के संकट काल के बीच ऑक्सीजन को लेकर पीपल,बरगद,नीम और अन्य पेड़ पौधों की तरफ लोगो का ध्यान गया है।धरती पर ऑक्सीजन फैलाने वाले इन पौधों की तरफ लोग आकर्षित हुए हैं और अब ऐसे पेड़ पौधों को लगाने,उन्हें संरक्षित करने और उन्हें बढ़ाने को ले लोग तेजी से आगे आ रहे हैं। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर पर्यावरण को सुरक्षित रखने का संकल्प सभी देश वासियों को लेना होगा और महामारी और अन्य बीमारियों से लड़कर जितने वाले देश के निर्माण का रास्ता तैयार करना होगा। जल,जीवन,हरियाली पर्यावरण को सुंदर बनाने वाला अभियान है इस अभियान से स्वस्थ भारत का निर्माण सम्भव है। विश्व पर्यावरण दिवस को लेकर पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओ में खासा उत्साह है। पढ़ाई के साथ साथ राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़कर अब तक हजारो पेड़ लगाकर पर्यावरण और प्रकृति को हरा भरा बनाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता शैलेश कुमार राय विश्व पर्यावण दिवस के महत्व को बताते हुए कहते हैं कि आज कोरोना जैसी महामारी में ऑक्सीजन के लिए अफरातफरी मची हुई है और लोग पीपल,नीम और बरगद के पेड़ों के महत्व को समझने में लगे हैं।लोग अगर पेड़ और प्रकृति से प्रेम रखते तो आज ऑक्सीजन की समस्या को लेकर अफरातफरी का आलम नही होता। शैलेश भोजपुर और बक्सर जिलों में वृक्षारोपण अभियान चलाने के साथ साथ जल,जीवन,हरियाली पर भी काम कर रहे हैं। नमामि गंगे के जिला परियोजना पदाधिकारी के रूप में वे पर्यावरण सुरक्षा को लेकर लगातार जन जागरूकता अभियान भी चलाने में लगे हुए हैं।गंगा सफाई,गंगा स्वच्छता के प्रति लोगो मे जागरूकता फैलाने जैसे कार्यो को लेकर वे हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। जल संचय और जल संरक्षण को लेकर भी शैलेश ने सामाजिक कार्यकर्ताओ की एक टीम के साथ लम्बे समय तक कार्य किया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके कार्यो की सराहना की है और उन्हें सम्मानित किया है।राष्ट्रपति ने भी उन्हें सामाजिक कार्यों को लेकर पुरस्कृत किया है। शैलेश बताते हैं कि पर्यावरण दिवस पर देश के लोगो को जल,जीवन,हरियाली पर काम करने के लिए आगे आना होगा।पर्यावरण की रक्षा करके ही धरती की रक्षा की जा सकती है। उन्होंने कहा कि देश मे सडको के किनारे,नदियों और नहरों के किनारे,गांवों में और शहरी इलाके के खाली भूखंड पर वृहद पैमाने पर बड़े बड़े पेड़ पौधों को लगाने के लिए सामाजिक एवं स्वयं सेवी संगठनों,आम नागरिकों,सरकार के वन एवं पर्यावरण विभागों और सरकार व प्रशासन को आगे आना चाहिए और पर्यावरण को हरा भरा करके स्वस्थ देश और स्वस्थ समाज के निर्माण की बुनियाद रखनी चाहिए। शैलेश बताते हैं कि पर्यावरण की रक्षा करके की जीवन की रक्षा की जा सकती है। उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस पर लोगो से अपने आसपास, बाग बगीचों,खेत, खलिहानों में अधिकाधिक पेड़ पौधे लगाने की अपील की है और कहा है कि पर्यावरण की रक्षा करके ही हम भावी पीढ़ियों की रक्षा कर सकेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र