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खुद कोरोना संक्रमित होकर भी शैलेश ने ब्लड से प्लाज्मा तक कराया डोनेट

आरा,5 मई (हि. स)।देश मे कोरोना की दूसरी लहर ने भारी तबाही मचाई है।अस्पतालो में बेड, ऑक्सीजन और जीवन रक्षक दवाओं की कमी से जूझते लोगो को समाज मे हमेशा सेवा भावना के साथ कार्य करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़ कर सहयोग किया है।ऐसे कार्यकर्ताओ के सहयोग से ही कोरोना की लड़ाई को मुखर होकर लड़े जाने का सिलसिला जारी है। सामाजिक कार्यो के लिए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों सम्मानित हो चुके युवा सामाजिक कार्यकर्ता शैलेश कुमार राय तो कोरोना मरीजो की सेवा करते करते खुद कोरोना से संक्रमित हो गए। कोरोना संक्रमण से जूझते हुए भी उन्होंने कोरोना से संक्रमित होकर जीवन और मौत से जूझ रहे कोविड मरीजो की सहायता के लिए मोबाइल फोन और अपने सहयोगी कार्यकर्ताओ के माध्यम से जमकर मदद की। वर्तमान में नेहरू युवा केन्द्र और बक्सर में नमामि गंगे परियोजना के जिला परियोजना पदाधिकारी शैलेश कुमार राय ने मोबाइल फोन के अलावे सोशल मीडिया के माध्यम से भी दिन रात कोविड मरीजो की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शैलेश बीते 12 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हो गए जिसके बाद उन्हें होम आईसोलेट होना पड़ा बावजूद इसके उन्होंने फोन और सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिये कोरोना मरीजो की मदद करनी शुरू कर दी। कोरोना से संक्रमित होकर अपनी जिंदगी को बचाने की जद्दोजहद कर रहे कई लोगों को प्लाज्मा डोनेट करने के लिए उन्होंने सोशल मीडिया पर धूम मचा दी।नतीजा हुआ कि कई कोरोना मरीजो को प्लाज्मा मिल गया और उनकी जान जाते जाते बच गई। फ्रंटलाइन वर्कर और आरा के वरिष्ठ पत्रकार हिमांशु प्रवीण की कोरोना से स्थिति बिगड़ी तो शैलेश ने अपने कई सहयोगियों को भी सोशल मीडिया पर लगाया,खुद भी नेतृत्व संभाला और देखते देखते कई लोग पत्रकार हिमांशु को प्लाज्मा डोनेट करने के लिए आगे आ गए।पत्रकार हिमांशु को प्लाज्मा मिल गया और उनकी स्थिति में अब तेजी से सुधार हुआ है। कोरोना से संक्रमित होकर जीवन और मौत से जंग लड़ रहे शैलेश ने अपनी जान की परवाह नही करते हुए भी होम आईशोलेशन में रहकर लोगों को बड़ी संख्या में ऑक्सीजन,वेंटिलेटर,अस्पतालो में बेड और जीवन रक्षक दवाओं के साथ ही प्लाज्मा की व्यवस्था कराकर कई कोरोना मरीजो की जान बचाने में मदद कर डाली है। होम आईशोलेशन में रहते हुए उन्होंने कोरोना मरीजो की मदद के लिए मोबाइल, सोशल मीडिया,व्हाट्सअप ग्रुप जैसे प्लेटफॉर्म को आधार बनाया और अपने सहयोगियों की मदद से ब्लड डोनेशन से लेकर प्लाज्मा की व्यवस्था कराने तक मे अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। फिलहाल शैलेश ने सकारात्मक सोच,होम आईशोलेशन में रहकर इलाज से कोरोना को मात दे दी है किंतु शैलेश के कोरोना मरीजो की मदद का यह सिलसिला अनवरत जारी है। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा

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