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अन्तर्राष्ट्रीय वेबिनार में संस्कृत भाषा साहित्य की महत्ता पर विद्वानों ने दिया मंतव्य

मधुबनी,6 मार्च (हि.स.)।जेएनवी आदर्श संस्कृत महाविद्यालय लगमा परिसर में अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन शनिवार को किया गया। महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ सदानंद झा के अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में संस्कृत साहित्य जगत के कई नामचीन विद्वानों ने अपना मंतव्य व्यक्त किया। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ सुमन के एस, संस्कृत विभागाध्यक्ष ,चेन्नई ने विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया।विशिष्ट अतिथि युगल किशोर शर्मा , हिमाचल प्रदेश ने विचार रखा। कंबोडिया के भाषा मर्मज्ञ हाकछेरकी ने संस्कृत भाषा की वर्तमान परिप्रेक्ष्य बढ रही महत्ता पर प्रकाश डाला।डॉ योगानंद झा , विदिशा मध्यप्रदेश ने वेबिनार में संस्कृत साहित्य के महत्व पर विस्तृत प्रकाश डाला।वर्तमान समय में संंस्कृत संस्थानों की उपादेयता तथा कई मुुख्य बिन्दु पर हो रहे शोध गवेषणा की चर्चित आयाम बताया। मुख्य वक्ता योगिनी यमुना नाथ के अतिरिक्त कई विद्वानों ने वेब के तहत इस कार्यक्रम में संस्कृत भाषा साहित्य के संरक्षण व संवर्धन के विषय में विस्तृत प्रकाश डाला। अध्यक्षीय भाषण में प्राचार्य डॉ सदानंद झा ने कहा कि संस्कृत शिक्षा की वैश्विक महत्व पर किसी प्रकार की कोई आपत्ति- विपत्ति अभी तक नहीं आई है। विश्व स्तर पर संस्कृत साहित्य समृढशाली भाषा के रूप में स्थापित है। संस्कृत साहित्य की महत्ता खास करके रोजगार उपार्जन के क्षेत्र में काफी महत्वपूर्ण है । हिन्दुस्थान समाचार/लम्बोदर

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