भूखमरी से जुझ रहे प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों ने सरकार से लगाई गुहार
पटनासिटी, 23 मई (हि.स.)। कोरोना महामारी की वजह से प्राइवेट स्कूल बंद हैं, बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन हो रही है लेकिन अफसोस इस बात का है कि प्रबंधन पैसे के अभाव में अपने यहां कार्यरत टीचरों को पगार नहीं दे रहे हैं। इस महामारी में आर्थिक तंगी से जुझ रहे से बंद पड़े प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों ने अपनी मांग को लेकर रविवार को पटनासिटी के मानस पथ पर हाथों में स्लोगन भरी तख्तियां लिए मौन प्रदर्शन किया है। शिक्षकों का कहना था कि कोरोना महामारी के बीच लगाए गए लॉकडाउन की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों को हुई है। वही शिक्षकों ने बिहार सरकार से मांग की है कि जिस तरह से सरकारी स्कूल के शिक्षक समेत अन्य लोगों को सहायता प्रदान की जा रही है। उसी तरह से प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों को भी सहायता दी जाए ताकि शिक्षक समेत उनके परिवार का भरण पोषण हो सके। शिक्षकों का ये भी कहना है कि पिछले वर्ष से लेकर इस समय तक प्राइवेट स्कूल बंद हैं। इसके कारण कई शिक्षक भूखमरी के कगार पर आ गए हैं। ज्ञात हो कि पटना सहित पूरे बिहार में हजारों की संख्या में प्राइवेट स्कूल हैं। साथ ही लाखों की संख्या में निजी स्कूल में कार्यरत शिक्षक हैं। इन पर कोरोना महामारी और लोगों की वजह से आर्थिक संकट और रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। इन सभी पर अपने परिवार के भरण-पोषण की चिंता है। जिस वजह से यह लगातार सरकार से सहायता की गुहार लगा रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/ मुरली/चंदा