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पीएम मोदी का किसानों के हित मे ऐतिहासिक फैसला, अंतर्राष्ट्रीय मूल्य वृद्धि के बावजूद खाद की कीमतों में नही की जाएगी वृद्धि

आरा,20 मई(हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष डॉ. प्रेम रंजन चतुर्वेदी ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खाद की कीमतों में हुई भारी वृद्धि के बावजूद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खाद की कीमतों में किसी भी प्रकार की वृद्धि नही किये जाने के फैसले को किसानों का हितकारी फैसला बताया है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्षय तृतीया के दिन प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों के खाते में सीधे 20667 करोड़ रुपये भेजने के बाद अब एकबार फिर किसानों के हित मे बड़ा कदम उठाया है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फॉस्फोरिक एसिड और अमोनिया की बढ़ती कीमतों के कारण खाद की कीमतों में हो रही वृद्धि के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को पुरानी कीमतों पर ही खाद की उपलब्धता सुनिश्चित कर दी है। उन्होंने कहा कि डीएपी खाद की सब्सिडी को पांच सौ रुपये प्रति बैग से बढ़ाकर बारह सौ रुपये प्रति बैग कर दिया गया है।डीएपी खाद पर 140 प्रतिशत की सब्सिडी किसानों को दी गई है। मोदी सरकार का किसानों के हित मे यह एक ऐतिहासिक फैसला है।सरकार ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर डीएपी खाद के मूल्य में हुई वृद्धि का अतिभार स्वयं के ऊपर उठाने का निर्णय लेते हुए निर्णय लिया है कि किसानों को पुराने दर पर ही डीएपी खाद मिलता रहेगा। सरकार ने प्रति बोरी इतनी अधिक सब्सिडी की राशि आज तक नही बढ़ाया था जिसे पीएम मोदी ने बढ़ाकर किसानों के प्रति सरकार की मंशा जाहिर कर दी है। डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि पिछले साल डीएपी खाद की वास्तविक कीमत प्रति बैग 1,700 रुपये थी। इसमें केंद्र सरकार 500 रुपये प्रति बैग की दर से सब्सिडी दे रही थी। इसलिए खाद कंपनियां किसानों को 1200 रुपये प्रति बोरी के हिसाब से खाद बेच रही थी। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र

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