सहरसा-दरभंगा सीमा पर नवाह यज्ञ व कीर्तन कार्यक्रम शुरू
सहरसा,04 फरवरी(हि.स.)। जिले के महिषी प्रखंड के सहरसा-दरभंगा सीमा पर गंडोल- बिरौल पथ के बच्चेश्वरनाथ महादेव मंदिर पुनाचरही में सार्वजनिक सहयोग से गुरुवार को नवाह संकीर्तन का शुभारंभ हुआ। कीर्तन से पूर्व क्षेत्र के पुनाच, पुनाचरही,गंडोल, बहरामपुर,मलय सहित अन्य गांव की सैकड़ों कुंवारी कन्या व महिलाओं ने कलश शोभा यात्रा निकाल कोसी में जलभर यज्ञस्थली पर कलश स्थापित कर अभीष्ट सिद्धि की कामना की। क्षेत्रवासियों के आस्था का केंद्र बच्चेश्वर नाथ महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं व भक्तों की भीड़ लगने लगी है।नवाह संकल्प के यजमान प्रेमलाल दास जी महाराज ने जानकारी देते बताया कि आज के परिवेश में जीवों व वनस्पतियों के कल्याण के लिए यज्ञ,हवन व संकीर्तन का होना आवश्यक है।बिना हरि भजन का सामाजिक सुख शांति की कल्पना नहीं की जा सकती। आयोजक मंडली सदस्य सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार सिंह उर्फ बम सिंह,चिंतामणि साह, दिवा कांत गिरि, विद्यानंद गिरि, गौतम सिंह पीताम्बर दास,डोमी दास, रामस्वरूप दास,श्याम पासवान सहित अन्य ने जानकारी देते बताया कि नवाह में कोसी व दरभंगा प्रमंडलीय क्षेत्र के दर्जनों नामचीन कीर्तन मंडलियों को आमंत्रित किया गया है।उत्कृष्ट राम धुन वाले मंडली को नाल सहित अन्य वाद्ययंत्र दे पुरस्कृत किया जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/अजय-hindusthansamachar.in