Bihar के बेउर जेल से रिहा हुए मनीष कश्यप, जानें कैसा रहा त्रिपुरारी तिवारी से अब तक का सफर

Manish Kashyap News: मशहूर यूट्यूबर मनीष कश्यप नौ महीने की सजा काटने के बाद शनिवार को पटना की बेउर जेल से रिहा हो गए हैं।
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पटना, रफ्तार डेस्क। मशहूर यूट्यूबर मनीष कश्यप नौ महीने की सजा काटने के बाद शनिवार को पटना की बेउर जेल से रिहा हो गए हैं। उनके जेल से रिहा होने से पहले ही समर्थक भारी संख्या में जेल के बाहर खड़े थे। जैसे ही मनीष कश्यप जेल से बाहर आये उनके समर्थको में खुशी की लहर दैड़ गई। समर्थको ने मनीष कश्यप का फूलो की माला से स्वागत किया।

मनीष कश्यप का बिहार सरकार पर हमला

जेल से बाहर निकलते ही मनीष कश्यप अपने समर्थको से घिर गए थे, वहीं से उन्होंने बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में कंस की सरकार चल रही है। उनके खिलाफ बड़ी साजिस हुई है, इसी कारण से उन्हें 9 महीने की जेल की सजा काटनी पड़ी। कश्यप ने कहा भगवान कृष्ण का जन्म जेल में हुआ था। बिहार सरकार में बहुत कंस हैं। जिन्होंने उनके खिलाफ साजिस रची।

कौन है मनीष कश्यप?

मनीष कश्यप का असली नाम त्रिपुरारी तिवारी है। उनका जन्म 9 मार्च 1991 को बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के एक छोटे से गांव डुमरी महनवा मे हुआ था। उन्होंने पुणे से अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने कुछ साल नौकरी भी की, लेकिन उनका ध्यान अपने प्रदेश के युवाओ की समस्याओं और भ्रष्टाचार की तरफ था। समाज की इन बुराइओं को दूर करने के लिए इन्होने सोशल मीडिया को बेहतर विकल्प समझा और 2016-17 से प्रदेश के लोगो की समस्या को सोशल मीडिया के माध्यम से सबके सामने रखना शुरू किया, जिसमे उन्हें लोकप्रियता के साथ साथ खूब सराहना भी मिली। जिससे उन्हें यूट्यूब चैनल खोलने की प्रेणना मिली और उन्होंने सच तक नाम से यूट्यूब चैनल बना डाला। लोग उनके इस चैनल और कंटेंट को खूब पसंद करने लगे। मनीष कश्यप एक प्रसिद्ध यूट्यूबर हैं, उनके दो मिलियन फॉलोअर्स हैं। उन्होंने करीब ढाई हज़ार वीडियो अपने यट्यूब चैनल में अपलोड कर रखी हैं।

एक बार लड़ चुके हैं विधानसभा का चुनाव

मनीष कश्यप चनपटिया विधानसभा सीट से वर्ष 2020 में चुनाव भी लड़ चुके हैं। उन्होंने विधानसभा का यह चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ा था, जिसमे उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन उनकी वर्तमान लोकप्रियता को देखा जाए तो उन्हें भविष्य में चुनाव में फायदा हो सकता है। यह तो मनीष कश्यप का निर्णय होगा कि वे चुनाव लड़ते है या नहीं।

मनीष कश्यप के परिवार के लिए खुशी का क्षण

मनीष कश्यप के पिता भारतीय सेना में अपनी सेवा दे रहें हैं। उनके परिवार मे उनकी माता, एक छोटा भाई और पिताजी के साथ छोटे भाई की पत्नी घर पर रहते हैं। उनका एक छोटे भाई हैं जिसका नाम करण कश्यप। फिलहाल मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उनके भाई ने नौकरी छोड़कर समाजसेवा का कार्य शुरू कर दिया था। उनका अधिकतर समय पटना में ही बीतता था। करण ने बताया कि उनके भैया ने अभी तक शादी नहीं की है, जबकि करण शादीशुदा है। करण अपने भाई के जेल से रिहाई के कारण काफी खुश थे। मनीष के परिवार वालो के लिए यह ख़ुशी का क्षण है।

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