स्वास्थ्य विभाग के प्रधान  सचिव कुमावत भी हटाये गए,  प्रत्यय अमृत को मिली जिम्मेदारी
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव कुमावत भी हटाये गए, प्रत्यय अमृत को मिली जिम्मेदारी

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव कुमावत भी हटाये गए, प्रत्यय अमृत को मिली जिम्मेदारी

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भी की थी प्रधान सचिव की मुख्यमंत्री से शिकायत प्रत्यय के सामने सरकारी अस्पतालों की स्थिति बेहतर करने की चुनौती पटना, 27 जुलाई (हि.स.)। कोरोना काल में दूसरी बार सोमवार को बिहार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव बदल दिये गए। उदय सिंह कुमावत को हटाकर स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी प्रत्यय अमृत को दी गई है। प्रत्यय आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। बिहार में कोरोना का संक्रमण जिस तेजी से फैला और सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा उजागर हुई इससे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी नाराज चल रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भी प्रधान सचिव की शिकायत मुख्यमंत्री से की थी। कहा था, उदय सिंह कुमावत हमारी बात नहीं सुनते हैं। इन सबका नतीजा हुआ कि सोमवार को कुमावत की स्वास्थ्य विभाग से छुट्टी कर दी गई। प्रत्यय अमृत के पास आपदा प्रबंधन विभाग की जिम्मेदारी पहले से ही है। नई जिम्मेदारी मिलने के साथ ही उनपर अब कोरोना के संक्रमण पर काबू पाने के लिए सरकारी अस्पतालों की स्थिति बेहतर करने की चुनौती है। इससे पहले 20 मई को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार का तबादला कर दिया गया था और पर्यटन के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत को स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी। भरी मीटिंग में कुमावत को नीतीश ने लगाई थी फटकार स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव की यह शिकायत की थी कि उदय सिंह कुमावत हमारी बात नहीं सुनते हैं। इस भरी मीटिंग में सीएम नीतीश कुमार ने उदय सिंह कुमावत को फटकार लागई थी। कहा था, अगर आपसे काम नहीं हो रहा है तो आप छोड़ दीजिये। आपके कारण मेरे 14 साल के काम पर लोग सवाल उठा रहे हैं। इसलिए यथाशीघ्र जांच बढवाइये और स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ कीजिये। अन्यथा फैसला लेने के लिए हम स्वतंत्र हैं। फटकार का नतीजा दिखा और प्रदेश में कोरोना नमूनों की जांच की संख्या 10 हजार से बढ़कर 14 हजार के पार हुई है। आईएमए ने किया उदय सिंह कुमावत को हटाने का अनुरोध उदय सिंह कुमावत की शिकायत लगातार बढ़ती जा रही थी। सोमवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर स्वास्थ्य सचिव कुमावत को हटाने की मांग की थी। सीएम को लिखे पत्र में आईएमए ने कहा है कि इस कोरोना काल में बिहार के सभी मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य और अधीक्षक अभूतपूर्व और सराहनीय कार्य कर रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत का व्यवहार चिकित्सकों के प्रति उदासीन है। साथ ही उनके निर्णयों के कारण चिकित्सकों में रोष की भावना उत्पन्न हो रही है। इसलिए आईएमए बिहार आपसे अनुरोध करता है कि इनके स्थान पर पूर्व प्रधान सचिव संजय कुमार को पदस्थापित किया जाये। भोजपुर और गोपालगंज के जिलाधिकारियों का व्यवहार चिकित्सक विरोधीः आईएमए इसके साथ ही आईएमए ने भोजपुर और गोपालगंज के जिलाधिकारी को स्थानांतरित करने का अनुरोध बिहार सरकार से किया है। आईएमए का कहना है कि इन दोनों का व्यवहार चिकित्सक विरोधी है। अब देखना यह होगा कि स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत की तरह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों डीएम को हटाते हैं या नहीं। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/विभाकर-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in