बिहार में अपराधियों का बोलबाला कायम, दिनदहाड़े पत्रकार के घर में घुसकर बदमाशों ने गोली मारकर की हत्या

Bihar News: बिहार के अररिया में हमलावरों ने घर में घुसकर पत्रकार विमल कुमार यादव को गोली मारीं। मामला पत्रकार के भाई की हत्या की गवाही से जुड़ा है वही, इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल है।
बिहार में दैनिक जागरण के पत्रकार को घर में घुसकर बदमाशों ने गोली मारी
बिहार में दैनिक जागरण के पत्रकार को घर में घुसकर बदमाशों ने गोली मारी

अररिया, हि.स.। बिहार में अपराधी बेलगाम है। बीते 14 अगस्त के मध्य रात्रि समस्तीपुर में एस एच ओ की हत्या के बाद शुक्रवार सुबह अररिया के रानीगंज में दैनिक जागरण के पत्रकार विमल कुमार यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

विमल की एक बेटी और बेटा है

हमलावरों ने घर में घुसकर पत्रकार विमल कुमार यादव को गोली मारीं। मामला पत्रकार के भाई की हत्या की गवाही से जुड़ा है वही, इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल है। बिहार में लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठने लगे हैं। बाइक पर पहुंचे हमलावरों ने घर में घुसकर विमल कुमार पर फायरिंग की। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद बदमाश लोगों को धमकाते हुए वहां से भाग निकले। रानीगंज के प्रेम नगर में रहने वाले विमल कुमार दैनिक जागरण के लिए पत्रकारिता करते थे। शुक्रवार सुबह बाइक से पहुंचे हमलावरों ने बहाने से विमल कुमार को घर से बाहर बुलाया। जैसे ही वो बाहर आए, बदमाशों ने उन पर फायर झोंक दिए। विमल के 15 साल का बेटा और 13 साल की बेटी है।

मामला पत्रकार के भाई की हत्या की गवाही से है जुड़ा

विमल कुमार के भाई की 2019 में हत्या कर दी गई थी। इस केस में वे अकेले चश्मदीद गवाह थे। पुलिस उनकी हत्या को भी इसी एंगल से देख रही है। हमलावर शुक्रवार तड़के करीब 5 बजे विमल कुमार के घर पहुंचे थे। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और लाश को पोस्टमार्टम के लिए अररिया सदर अस्पताल भेजा। हमलावरों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। 2019 में पत्रकार के बड़े भाई की भी हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अभी ट्रायल चल रहा है। 19 अगस्त को गवाही होनी थी।

हमलावरों ने चलाई गोलियां

मृतक की पत्नी पूजा देवी ने पुलिस को बताया कि सुबह घर के बाहर कुछ लोग हल्ला कर रहे थे। वे जोर-जोर से दरवाजा भी पीट रहे थे। जब विमल और उन्होंने उठकर देखा, तो हमलावरों ने गोलियां चला दीं। बताया जाता है कि विमल कुमार को अपने भाई की हत्या में गवाही देने से रोका जा रहा था।

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