तीसरी लहर से जंग में स्वजागरुक होना अनिवार्य: डॉ.जायसवाल
किशनगंज 28 जून (हि.स.)। तीसरी लहर से जंग में स्वजागरुक होना अनिवार्य ।उक्त बातें किशनगंज माता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के निर्देशक सह बिहार विधान पार्षद के उपमुख्य सचेतक डॉ.दिलीप जायसवाल ने सोमवार को कहीं। उन्होनें कहा कि सरकार की इच्छा शक्ति मजबूत है लेकिन लोग अपनी जबावदेही क्यों नही समझ रहें है। आपदा की घड़ी में सरकार को लॉकडाउन लगाना पड़ता है। उसके बाद शासन तंत्र के अधिकारियों का ज्यादा समय तो लोगों को जागरूक करने और लॉकडाउन के उलंघनकारियों पर निगरानी रखने में ही बीत जाते हैं। इसके अलावे विपक्षी के विरोध पर शासन तंत्र विधि-व्यवस्था में लगे रहतें है। परिणाम स्वरूप आपदा के समय में इन्फ्रास्ट्रक्चर की तैयारी धरातल पहुंचने से वंचित रह जाता है और फिर विपक्षियों को विरोध का झंडा भी मिल जाता है। उपमुख्य सचेतक डॉ. जायसवाल ने कहा कि इसलिए आपदा के समय यदि आवाम अपनी जबावदेही समझें और स्वजागरुक हो, पक्ष एवं विपक्ष का एकरूप में सहयोग करें तो शायद किसी भी बड़ा से बड़ा आपदा में मुक़ाबला संभव होगी। खैर कोरोना के पहली और दूसरी लहर झेलने के बाद तीसरी लहर के जंग में सबको साथ आने और सभी लोगों से कोरोना वैक्सिन लेने की अपील करता हूं। हिन्दुस्थान समाचार/सुबोध/चंदा