शिक्षा-रोजगार यात्रा दरभंगा पहुंचा
दरभंगा, 9 फरवरी (हि.स.)। नया बिहार का तीन आधार : शिक्षा-स्वास्थ्य-रोजगार, 19 लाख रोजगार : मांग रहा युवा बिहार, 1 मार्च को विधानसभा को घेर लो जैसे नारों के साथ आइसा-इनौस द्वारा पूरे बिहार में जारी शिक्षा-रोजगार यात्रा मंगलवार को दरभंगा पहुँचा। यात्रा में इनौस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह अगिआंव विधायक मनोज मंजिल शामिल थे। यात्रा के द्वारा दरभंगा के विवि परिसर, अम्बेडकर कल्याण छात्रावास, बहेड़ा तथा बहादुरपुर में शिक्षा-रोजगार सभा का आयोजन किया गया। इनौस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह अगिआंव विधायक मनोज मंजिल ने कहा कि आज देश व प्रदेश में राज करनेवाली सरकारें छात्र-नौजवान विरोधी है। शिक्षा- स्वास्थ्य जैसे लोक कल्याणकारी मुद्दे निजीकरण के हवाले है। बजट में सारे शिक्षण संस्थान समेत रेल, सेल, भेल सभी सरकारी उपक्रमों को ऐसे निजीकरण के हवाले कर दिया गया है। मानो सरकार शिक्षा-सवास्थ्य-रोजगार के प्रति जबाबदेह नही है। उन्होंने दरभंगा के छात्र-नौजवानों से अपील करते हुए कहा कि शिक्षा-स्वास्थ्य-रोजगार के सवाल पर 1 मार्च को सदन के अंदर और सदन के बाहर आवज बुलंद किया जाएगा और भाजपा-जदयू की सरकार से जवाब मांगा जाएगा। इनौस के राष्ट्रीय महासचिव नीरज ने कहा कि मोदी सरकार युवाओ को रोजगार के नाम पर गुमराह कर रही है। प्रत्येक साल 2 करोड़ रोजगार का मुदा आज जुमला साबित हो रहा हैं। नौजवान रोजगार के लिए भटक रहे है और मोदी सरकार सारे सरकारी सेक्टरों को निजीकरण के हवाले करने पर तुली है। सरकारी संस्थानों में पदों को खत्म किया जा रहा है। ठीक इसी तर्ज पर बिहार सरकार ने 19 लाख रोजगार का जो वादा किया था, वह अब जुमला साबित हो रहा है। आइसा के राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी ने कहा कि सरकार मिथिला विवि को भी निजीकरण के हवाले करना चाहती है। आज डिस्टेंस एडुकेशन को बंद कर दिया गया। दुखद है कि मिथिला क्षेत्र के सभी सांसद एनडीए से आते है लेकिन, बंद होते इस डिस्टेंस एडुकेशन को लेकर कोई चिंतित नजर नही आते है। हिन्दुस्थान समाचार/मनोज/चंदा-hindusthansamachar.in