कोरोना ने 142 शिक्षक-शिक्षाकर्मियों की ली जान, संघ ने 4 लाख की रखी मांग
पटना, 24 मई (हि. स.)। कोरोना काल में अब तक 142 शिक्षक और शिक्षाकर्मियों की जान चली गई है। इन लोगों के निधन से आहत बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सह विधान पार्षद केदार नाथ पाण्डेय एवं प्रभारी महासचिव विनय मोहन ने सोमवार को संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा है कि कोविड-19 के कारण हमने पूरे राज्य में माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा से जुड़े सभी कोटि के शिक्षकों, पुस्तकालयाध्यक्षों, तृतीय वर्ग के कर्मचारियों अनुसेवियों समेत 142 की जान चली गई है। उन्होंने कहा कि हमने अपने ऐसे सरस्वती पुत्रों को खोया है जिससे न सिर्फ शिक्षा जगत की अपूरणीय क्षति हुई है अपितु इस परिवार पर तो पहाड़ ही टूट पड़ा है। हमारी कितनी बहनें अपना सुहाग लुटा चुकी हैं। वहीं कितनी बहनें अपने पति का साथ छोड़ गई। अपने साथ कई-कई दुधमुंहे बच्चे को छोड़कर इस संसार को छोड़ गई। आर्थिक विपन्नता की घड़ी में इस परिवार का गुजर बसर करना भी कठिन मालूम पड़ता है। दूसरी ओर ऐसी अवस्था में सरकार के द्वारा कोई आर्थिक लाभ नहीं दिया जाना उनके कष्टों को और भी बढ़ाने का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा की शिक्षा मंत्री से हमारी स्पष्ट मांग है कि आप इस दुख की घड़ी में अपनी संवेदनशीलता का परिचय देते हुए सरस्वती पुत्रों के परिवार को एकमुश्त अनुग्रह राशि 4 लाख रूपये तत्काल प्रदान करें। इसके अतिरिक्त हमारी अधिकांश प्रमंडल इकाईयों ने इस दुख की घड़ी में अन्य राज्यों की तरह 50 लाख की सहायता राशि की मांग की है। जिसका राज्य संघ समर्थन करते हुए आपसे आग्रह करता है कि इस दिशा में ठोस पहल की जाय। यद्यपि हमने अपने जिला इकाइयों को यह निर्देशित कर दिया है कि अपने-अपने जिलों के कार्यरत बलों की सूची के साथ अनुकंपा, ई.पी.एफ लाभ से संबंधित कागजात एवं स्टेट बैंक से मिलने वाली राशि पर भी अपने साथियों के परिवार को भरपूर मदद करें। ताकि उनके गम को थोड़ा बहुत बांटा जा सके। हिन्दुस्थान समाचार/मुरली/चंदा