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क्रांतिकारी साहित्यकार नाजिम रिजवी के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त

दरभंगा, 24 मई (हि.स.)। मिथिला-मैथिली आंदोलन के समर्पित क्रांति दूत सह मैथिली साहित्यकार आचार्य नाजिम रिजवी के निधन पर विद्यापति सेवा संस्थान ने सोमवार को शोक संवेदना व्यक्त किया है। अपने शोक संदेश में संस्थान के महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा कि संपूर्ण जीवन मैथिली के विकास के लिए समर्पित करने वाले नाजिम रिजवी का निधन मिथिला-मैथिली के लिए अपूर्णीय क्षति है। उन्होंने कहा कि साइकिल पर 'जय मैथिली' लिखी तख्ती लगाकर मिथिला के गांव गांव में मातृभाषा के प्रति अलख जगाने वाले अभियानी के रूप में वे सदा जीवंत बने रहेंगे। अपने शोक संदेश में उन्होंने मैथिली भाषा साहित्य के गंभीर समालोचक डॉ विश्वेश्वर मिश्र, स्वतंत्रता सेनानी भगलू झा, दरभंगा बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष तंत्र नाथ ठाकुर एवं मिथिला के लोक गाथा की परंपरा के संवाहक भगवान प्रलय के निधन पर भी गहरा दु:ख जताया। मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमलाकांत झा ने कहा कि आचार्य नाजिम रिजवी के निधन से मैथिली पुत्र प्रदीप जी की क्रांति सेना का अनमोल ध्वजवाहक, मैथिली आंदोलनी एवं वीर रस का अनुपम कवि हमसे हमेशा के लिए जुदा हो गया। हिन्दुस्थान समाचार/मनोज

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