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लॉक डाउन से मजदूरों की मजदूरी पर भी ब्रेक

निर्मली,21 मई (हि. स.)। कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन ने सीमावर्ती बाजार में मजदूरों के काम पर ब्रेक लगा दिया है। यहां के लोग इंडो नेपाल के सीमा के आस -पास जिसके घर में भवन निर्माण से संबंधित काम होता था वहां पर जाकर काम करके मजदूरी में मिलने वाले रुपयों से अपना जीविकोपार्जन करते थे। लेकिन, कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण मजदूरों के समक्ष काम का टोटा पड़ गया है। करीब तीन सप्ताह से मजदूरों को कोई काम नहीं मिल रहा हैं । शुक्रवार की सुबह पाया किनार में मिले मजदूर देब कुमार,जय नाथ और तेतर सदा ने बताया कि काम के लिए तीन-चार दिन से पाया किनारे आ रहा हूं कि बॉर्डर क्रॉस कर नेपाल जायेंगे नेपाल के बरसाइन गांव में मकान बनाने का ठिका लिया हूं । जिसमें आधा काम हो गया हैं और आधा बाकी हैं । पांच मई से पहला लॉकडाउन और 16 मई से दूसरा लॉकडाउन लगाए जाने के बाद नेपाल आने -जाने पर प्रतिबंध रहने से परेशानी बढ़ गई हैं।यहां पर तो काम एक दिन भी काम नहीं मिलता । उक्त मजदूरों ने यह भी बताया कि कोरोना के कारण लोग घरों में काम कराने के लिए नहीं ले जा रहे हैं।मजदूरों ने बताया कि अगर काम का प्रबंध नहीं किया गया तो कोरोना महामारी के बीच पेट पालने का संकट आ जाएगा। मजदूरों ने यह भी कहा कि फिलहाल ग्रामीण क्षेत्रों में भी कृषि कार्य नहीं चल रहा है कि हमलोग कुछ कर सके। मनरेगा योजना से भी काम नहीं मिल रहा है। करें तो क्या करें कैसे गुजर बसर चलेगा।घर जो रुपया था वो भी खर्चा हो गया।कैसे बाल-बच्चे का पेट भरेंगे अब यह चिंता सताए जा रहा हैं। हिन्दुस्थान समाचार /सुनील

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