स्वतंत्रता सेनानी डा. परमानंद प्रसाद का जन्मशताब्दी समारोह
मुंगेर, 05 जनवर (हि.स.) । देश के जाने-माने अर्थशास्त्री, शिक्षाविद्, समाज सुधारक और स्वतंत्रता सेनानी डा. परमानन्द प्रसाद का जन्म शताब्दी समारोह मंगलवार को मुंगेर के आर.डी.एण्ड डी.जे.कालेज परिसर में मनाया गया । समारोह में महाविद्यालय के शिक्षक,छात्र और शहर के बुद्धिजीवियों ने भाग लिया । जन्म शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलपति डा. रणजीत कुमार वर्मा ने डा. परमानन्द प्रसाद के बहुआयामी जीवन की चर्चा की । उन्होंने छात्र-छात्राओं से उनके जीवन से प्रेरणा ग्रहणकर अपने जीवन का लक्ष्य प्राप्त करने का आह्वान किया । उन्होंने कहा कि डा. परमानंद बचपन से ही वे क्रांतिकारी भावनााओं से ओत-प्रोत थे । स्नातक की पढ़ाई के दौरान स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के कारण उन्हें कई वर्षों तक मुंगेर, भागलपुर और हजारीबाग सेन्ट्रल जेल में सजा काटनी पड़ी । परन्तु, उनके जीवन के संघर्ष की विशेषता यह रही कि उन्होंने जेल में रहकर ही स्नातक की डिग्री हासिल की और बाद में देश की सेवा एक अर्थशास्त्री के रूप में भी की । डा. परमानन्द प्रसाद पुराने मुंगेर जिले के खगड़िया के संधौली ग्राम के रहनेवाले थे । उनका जन्म किसान परिवार में हुआ था । बाद में उन्होंने मुंगेर जिला स्कूल से मैट्रिक परीक्षा अच्छे अंक से पास की और मुंगेर के डी.जे. कालेज से इन्टर की परीक्षा पास की । इस अवसर पर उनके रिश्तेदार मुंगेर विधिज्ञ संघ के वरीय अधिवक्ता अमर कुमार सिन्हा ने डा. प्रसाद के जीवन के संघर्ष और देश के स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी अहम भूमिका की चर्चा की । समारोह को मुंगेर विश्वविद्यालय की प्रति कुलपति श्रीमती कुसुम कुमारी, वरीय अधिवक्ता रामचरित्र प्रसाद यादव, प्राचार्य डा. गोपाल प्रसाद यादव और प्रो. देवराज सुमन ने भी संबोधित किया । हिन्दुस्थान समाचार/ श्रीकृष्ण/विभाकर-hindusthansamachar.in