एसडीजी इंडिया इंडेक्स में बिहार सबसे फिसड्डी राज्य, राजद ने साधा निशाना
पटना, 03 जून (हि.स.)। नीति आयोग के एसडीजी इंडिया इंडेक्स में राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को 16 एसडीजी पैरामीटर्स पर आंका जाता है, जिसमें बिहार 52 अंकों के साथ विकास की रफ्तार में सबसे पीछे है। इस रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद बिहार में बैठे-बिठाए विपक्ष को बड़ा मुद्दा मिल गया। सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि बधाई "सुशासन बाबू"नीतीश कुमार।लगातार सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले के लिए बधाई! बिहार एक बार फिर सबसे निचले पायदान पर बरकरार।सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय मोर्चों में विफलता के लिए पंखों बधाई। सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के लिए सूचकांक में जहां केरल 75 अंक के साथ सबसे ऊपर है वहीं, बिहार 52 अंकों के साथ विकास की रफ्तार में सबसे पीछे है। इसके ऊपर झारखंड, असम, यूपी, राजस्थान, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, नगालैंड और छत्तीसगढ़ जैसे राज्य हैं। केरल के बाद दूसरे स्थान पर हिमाचल प्रदेश और तमिलनाडु हैं जिन्हें 74 अंक दिया गया है। तीसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश, गोवा, कर्नाटक और उत्तराखंड हैं जिन्हें 72 अंक मिले हैं।चौथे स्थान पर सिक्किम है जिसे 71 अंक मिले हैं।70 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर महाराष्ट्र है। उल्लेखनीय है कि इंडेक्स को कई पैमाने पर देखा जाता है लेकिन सबसे अहम है साफ पानी और स्वच्छता, सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा।इन फैक्टर के आधार पर राज्यों का विकास देखा जाता है। कुल मिलाकर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के स्कोर 16 एसडीजी पर उनके प्रदर्शन के आधार पर निकाले जाते हैं। ये स्कोर 0-100 के बीच होते हैं और अगर कोई राज्य या केंद्र शासित प्रदेश 100 का स्कोर पाता है, तो इससे तय होता है कि उस राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ने 2030 के लक्ष्य हासिल कर लिए हैं। किसी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश का स्कोर जितना अधिक होगा, उतनी ही अधिक दूरी तक उसने लक्ष्य हासिल कर लिया होगा। हिन्दुस्थान समाचार/गोविन्द