बिहार: बारिश से नदियां उफान पर, गंडक और बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से ऊपर
पटना, 27 जून (हि.स.)। पिछले 24 घंटे में बिहार में हुई जोरदार बारिश ने नदियों में एक बार फिर से उफान पर ला दिया है। गंडक , बूढ़ी गंडक नदी खतरे के निशान से ऊपर चल रही है, जबकि गंगा ,कोसी बागमती और महानंदा नदियां के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई हैै।राहत की बात यह है कि यह सभी नदियां अभी खतरे के निशान से नीचे हैं। बिहार के अलग-अलग इलाकों में पिछले 24 घंटे के दौरान जोरदार बारिश रिकॉर्ड की गई है। पटना समेत तीन जगहों पर बारिश 100 मिलीमीटर से ज्यादा रिकॉर्ड की गई है,जबकि 50 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश से रिकॉर्ड करने वाले जगहों की संख्या 10 है। पटना में सबसे ज्यादा 146 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है इसके अलावे तैयबपुर में 118 और हाजीपुर में 125 मिलीमीटर, दरभंगा और समस्तीपुर में 80 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। पटना के श्रीपालपुर के साथ-साथ इंद्रपुरी, चनपटिया, हाथीदह, डुमरिया घाट में 81 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। गंडक नदी डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 41 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बूढ़ी गंडक रोसड़ा में खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर ऊपर है। लगातार हो रही बारिश के बावजूद बराह क्षेत्र में कोसी का डिस्चार्ज 77000 पर और बराज पर एक लाख 6000 क्यूसेक था। गंडक का डिस्चार्ज भी वाल्मीकि नगर बराज पर एक लाख क्यूसेक के आसपास रहा। अन्य नदियों की बात करें तो कोसी नदी बाल तारा में खतरे के निशान से 58 सेंटीमीटर नीचे बह रही है जबकि बागमती नदी रोसड़ा में रेल पुल के पास 26 सेंटीमीटर ऊपर चढ़कर खतरे के निशान को पार कर गई है।इन नदियों के जलस्तर में और इजाफे का अनुमान है। आकाशीय बिजली से सात की मौत बिहार में बीते दिन आकाशीय बिजली गिरने से सात लोगों की मौत हो गई है। आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक वज्रपात की वजह से पांच जिलों में कुल सात लोगों की मौत हुई है। जिसमें पटना में एक व्यक्ति की मौत हुई है जबकि मुजफ्फरपुर और शेखपुरा जिले में दो-दो लोगों की मौत वज्रपात से हुई है। लखीसराय जिले में एक और सीतामढ़ी जिले में भी एक व्यक्ति की मौत वज्रपात की वजह से हुई है। इसके अलावे कई लोगों के घायल होने की भी सूचना है। आपदा प्रबंधन विभाग लगातार लोगों को वज्रपात से बचने के लिए अलर्ट जारी कर रहा है। आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से स्पेसिफिक के जगहों के लिए चेतावनी जारी की जा रही है। लगातार समाचार माध्यमों के जरिए यह चेतावनी लोगों तक पहुंचाई भी जा रही है। इसके बावजूद कई लोग जो घरों से बाहर रहते हैं वही वज्रपात की चपेट में आते हैं। जारी की है। हिन्दुस्थान समाचार/गोविन्द