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बीएयू का समुदायिक रेडियो एफएम ग्रीन के ऑनलाइन प्लेटफार्म पर श्रोताओं का रुझान

भागलपुर, 16 मई (हि.स.)। बिहार कृषि विश्वविद्यालय के एफएम ग्रीन सामुदायिक रेडियो अब स्थानीय फ्रीक्वेंसी के अलावा ऑनलाइन माध्यम से खूब सुना जा रहा है। एटीसी लैब्स द्वारा जारी किए गए अप्रैल माह के एनेलिटिक्स के मुताबिक लगभग तैंतीस हजार लोगों ने एफएम ग्रीन को ऑनलाइन माध्यम से सुना। सबसे अधिक श्रोता वैश्विक ऑनलाइन रेडियो प्लेटफार्म "रेडियो गार्डन" के माध्यम से सुन रहे हैं, जबकि एफएम ग्रीन के अपने मोबाइल एप्प से भी दस हजार बार सुना गया। कुल 1655 घंटे तक एफएम ग्रीन को सुना गया। 98% श्रोता भारत के हैं जबकि कुछ श्रोता विदेशों से भी कार्यक्रम सुन रहे हैं। एफएम ग्रीन अमेजन वेब सर्वर के माध्यम से अपने कार्यक्रमों को ऑनलाइन प्रसारित करता है, अतः हर माह के 15 दिनों बाद श्रोताओं का डेटा जारी कर दिया जाता है। इसी वर्ष फरवरी माह में किसान मेले के अवसर पर राज्य के कृषि मंत्री ने विश्वविद्यालय के सामुदायिक रेडियो को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लांच किया था। एफएम ग्रीन 90.8 मेगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी पर भागलपुर जिले में प्रसारित किया जाता है। इसके अलावा रेडियो गार्डन, एंड्रॉयड प्लेस्टोर और एप्पल स्टोर पर भी इसका मोबाइल एप्प उपलब्ध है। विश्वविद्यालय के ऑफिसियल वेबसाइट के होमपेज से भी रेडियो सुना जा सकता है। कोरोना काल मे सामुदायिक रेडियो से समसामयिक खेती की जानकारी के अलावा कोरोना अनुकूल व्यवहार अपनाने के बारे में बताया जा रहा है। कोरोना से संबंधित अफवाहों को दूर करने के लिए "कोरोना अफवाह और हक़ीकत" के नाम से कार्यक्रम प्रसारित किए जा रहे हैं। इसके अलावा लोगों में कोरोना के प्रति वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए "कोविड19 सहज ज्ञान" भी प्रसारित किया जा रहा है। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आरके सोहाने कहते हैं कि ऑनलाइन माध्यम श्रोताओं के उत्साह जनक रुझान मिले हैं और कह सकते हैं जिस उद्देश्य के साथ एफएम ग्रीन को ऑनलाइन प्लेटफार्म पर लांच किया गया था, उसका उद्देश्य पूरा होता दिख रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/बिजय/चंदा

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