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घर घर जाकर पोषण के क्षेत्र में अलख जगा रही आंगनबाड़ी सेविका शबनम

बक्सर 13 मार्च (हि.स.)।सकारात्मक सोच एवं सुनियोजित तरीके से निरंतर प्रयासरत शबनम आंगनबाड़ी सेविका के रूप में कार्य करते हुए एक नजीर पेश कर रही है।सरकार एक योजना देती है पर समाज के वे लोग जो अपने जूनून से इन योजनाओं को दिशा और मुकम्मल दशा प्रदान करते है। जिले के केसठ प्रखंड में आंगनबाड़ी सेविका के पद पर कार्य रत शबनम खातून अपने कार्यो को लेकर आज सुर्खियों में है।हम सरकार द्वारा कुपोषण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान और योजना की कर रहे है।केसठ पंचायत के स्थानीय गांव की आंगनबाड़ी सेविका शबनम (कोड संख्या -77 ) कुपोषण के क्षेत्र में पोषण के कार्यो को लेकर एक ऐसी नजीर पेश कर रही है कि आज उनका नाम स्थानीय लोगो की जुबान पर चर्चा में है।कारण है कि अपने क्षेत्र में पोषण की अलख जगाने के कारण उनकी एक अलग पहचान बनी है। उल्लेखनीय है कि करोना महामारी को लेकर विगत एक वर्षो से आंगनबाड़ी केंद्र बंद पड़े थे ।बावजूद इसके अपने कार्य समर्पण को लेकर स्थानीय बच्चो में व्याप्त कुपोषण को लेकर पोषण की अलख जगाती रही। करोनाकाल में भी शबनम घर-घर जाकर लाभार्थी महिलाओं ,किशोरियों को संपूरक आहार स्तनपान एवं अन्य महत्वपूर्ण पोषण गतिबिधियो से समुदाय को जागरूक करती रही है।हालांकि एक समुदाय विशेष के अन्दर उठने वाली कई भ्रांतियों को अपने बुद्धि कौशल से दूर कर अपने मकसद में कामयाब भी हुई।यह दीगर बात रही की इस दौरान शबनम को बिरोध का भी सामना करना पड़ा। बाकौल शबनम 2015 में आंगनबाड़ी सेविका का दायित्व मिलने पर हमने पाया की सरकार द्वारा पोषण के क्षेत्र में पौष्टिक आहार की उप्लब्द्धता के बावजूद जानकारी के अभाव में महिलाये इससे वंचित रह जाती थी। इसलिए हमने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया इस क्रम में घर -घर जाकर बच्चो को पौष्टिक आहार दिए जाने के संदर्भ में महिलाओं को जागरूक किया। धीरे -धीरे महिलाये उनकी बातो को समझने लगी और उसपर अम्ल भी करने लगी।आसपास उपलब्ध पौष्टिक आहारो की समुचित मात्रा और उनके फायदों से अवगत कराने और उनको अमल में लाने के बाद खून की कमी और कुपोषित बच्चो को लाभ मिलते ही हमारी मुहीम को एक दिशा मिल गई। शबनम खातून के इस पहल का ही परिणाम है कि करोना पूर्व कुपोषण ग्रस्त बच्चो की कुल संख्या में लगातार कमी दर्ज की जा रही है।यह तक की शबनम की मुहीम पर अमल करने वाली गर्भवती महिलाये अब स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दे रही है। हिन्दुस्थान समाचार /अजय मिश्रा

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