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बेगूसराय में चिन्हित किए गए 228 शरण स्थली, टैग रहेंगे आइसोलेशन सेंटर से

बेगूसराय, 24 मई (हि.स.)। संभावित बाढ़ के मद्देनजर प्रशासन ने शरण स्थल, नाव, खाद्यान्न, चिकित्सा एवं सुरक्षा समेत अन्य व्यवस्था दुरुस्त करना शुरू कर दिया है। विभिन्न गंगा घाट एवं तटबंध का निरीक्षण बाद करने के बाद डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने आज वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी अनुमंडल पदाधिकारियों एवं अंचलाधिकारियों के साथ आवश्यक तैयारियों के संबंध में बैठक की। बैठक में डीएम ने सभी अंचलाधिकारियों से जिले में संभावित बाढ़-2021 से संबंधित तैयारियों के संबंध में फीडबैक लेने के बाद 15 जून तक सभी बाढ से बचाव एवं सुरक्षा के लिए आवश्यक तैयारी हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिया है। डीएम ने बाढ़ प्रभावित संभावित व्यक्तियों की सूची पोर्टल पर एक सप्ताह के अंदर अध्यतन करने तथा मरम्मती योग्य चिन्हित 11 नावों का अविलंब मरम्मत करवाने के साथ-साथ पूर्व से निबंधित निजी नावों का भौतिक निरीक्षण करने का निर्देश दिया है। बगैर निबंधित अतिरिक्त निजी नावों का इकरारनामा किया जाएगा। विगत वर्ष चिन्हित किए गए 228 शरण स्थलों का भौतिक निरीक्षण कर आवश्यक तैयारियों का निर्देश दिया गया है। कोविड-19 के संभावित तीसरे वेब अथवा बांध के आकस्मिक रूप से क्षतिग्रस्त हो जाने की स्थिति में प्रभावित लोगों को शरण देने के लिए अतिरिक्त शरण स्थलों की भी आवश्यकता हो सकती है। सभी शरण स्थलों से एक-एक आइसोलेशन सेंटर को चिन्हित कर टैग करने का निर्देश दिया गया है। पेयजल, शौचालय, बाढ़ प्रभावित संवेदनशील समूहों गर्भवती एवं धातृ महिलाएं, वृद्धजन, दिव्यांग आदि को भी चिन्हित करते हुए उसकी सूची, खोज एवं राहत बचाव दल तथा बाढ़ राहत निगरानी समिति को भी सक्रिय करने का निर्देश दिया गया है। सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत तटबंधों का नियमित निरीक्षण कर संवेदनशील स्थलों पर आवश्यक कार्य तथा मरम्मत लायक सड़कों के संबंध में अविलंब प्रतिवेदन देंगे। आपदा शाखा के प्रभारी पदाधिकारी आपदा शाखा ने बताया कि गंगा नदी से आठ तथा बूूूूढ़ी गंडक नदी से तीन अंचल बाढ़ प्रभावित होते रहे हैं। गंगा नदी से बाढ़ प्रभावित अंचलों में पूर्व से सर्वेक्षित आंकड़ों के अनुसार करीब 45 पंचायतों की चार लाख जनसंख्या के बाढ़ प्रभावित होने की संभावना है। 45 सरकारी नाव परिचालन योग्य हैैं, जबकि 11 नाव मरम्मती योग्य है। 2020-21 के दौरान 172 निजी नावों का निबंधन कराया गया है। जिला में दस इन्फलाटेबल मोटरबोट एवं 80 लाइफ जैकेट उपलब्ध है। 154 प्रशिक्षित गोताखोर तथा 207 खोज, बचाव एवं राहत दल हैं। 17 हजार शीट पॉलिथीन भी उपलब्ध है। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा

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