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पूसीरे ने की नए युग की शुरुआत

-कामाख्या स्टेशन बना ऐतिहासिक घटना का गवाह -रंगिया से कामाख्या स्टेशन पहुंचा पहला इलेक्ट्रिक लोको इंजन गुवाहाटी, 28 मार्च (हि.स.)। रंगो के उत्सव होली से ठीक पहले पूर्वोत्तर सीमांत रेल (पूसीरे) ने नये युग में अपना कदम बढ़ा दिया है। पूसीरे मुख्यालय से सटे कामाख्या स्टेशन पर पहली बार इलेक्ट्रिक लोको इंजन रंगिया जंक्शन से पहुंचा। इलेक्ट्रिक लोको इंजन बीती रात रंगिया से कामाख्या स्टेशन तक 41 किमी की दूरी तय कर पहली बार परीक्षण के रूप में सफलतापूर्वक पहुंचा। उल्लेखनीय है कि रंगिया जंक्शन से कामाख्या जंक्शन तक की लाइन का विद्युतीकरण किया गया है। लेकिन, अंतिम रिपोर्ट आने तक इस लाइन पर ट्रेन चलना कब चालू होगा यह कहना मुश्किल है। हाल ही में ट्रेन यात्रा के समय में कमी लाने और पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए रेल विभाग ने देश भर में इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने का फैसला लिया हैं। रंगिया जंक्शन से कामाख्या जंक्शन तक इलेक्ट्रिक ट्रेन की प्रायोगिक यात्रा शुरु हो गई है। यह परीक्षण कई चरणों में पूरी होगी। बीती रात लगभग लोको इंजन करीब 08.18 बजे कामाख्या जंक्शन पर आ पहुंचा था। इस परीक्षण यात्रा के सफल समापन के बाद रेलवे विभाग के सभी कर्मचारियों में खुश की लहर देखी गयी। उल्लेखनीय है कि इलेक्ट्रिक ट्रेन का परिचालन विभागीय अनुमति के बाद ही आम जनता के लिए खोला जाएगा। इसके पहले रंगिया जंक्शन से न्यू बंगाईगांव तक परीक्षण के तौर पर इलेक्ट्रिक लोको इंजन को चलाया गया था और परीक्षण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ था। अब न्यू कोच बिहार से न्यू बंगाईगांव लाइन के विद्युतीकरण का काम चल रहा है। केईसी प्राइवेट लिमिटेड मुंबई नामक कंपनी ने न्यू बंगाईगांव से गुवाहाटी तक रेलवे लाइन के विद्युतीकरण का काम कर रही है। मालूम हो कि वर्ष 2017-18 में करीब 2,54262 करोड़ रूपया खर्च कर रेल विद्युतीकरण का काम शुरू किया गया था। शाखा लाइन के साथ पूसीरे के पूरे ट्रैक को सौ फ़ीसदी विद्युतीकरण करने की अनुमति दी गई थी। काम की सुविधा के लिए पूसीरे के पूरी लाइन को अलग-अलग हिस्सों में विभाजित कर काम शुरू कर दिया गया। रानी नगर न्यू जलपाईगुड़ी से कामाख्या जंक्शन तक का काम रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) की देखरेख में होगा और बाकी हिस्से का काम सीओआरई करेगा। उल्लेखनीय हैं की लमडिंग तक विद्युतीकरण का काम इस साल में ही खत्म किया जाएगा, ऐसी उम्मीद जतायी गयी है। पहले मालदा से कटिहार तक विद्युतीकरण का काम किया गया इसके बाद मालदा से गूंजरिया और गूंजरिया से न्यू जलपाईगुड़ी होकर न्यू कूचबिहार तक का लाइन पर इलेक्ट्रिक ट्रेन को चलाना शुरू कर दिया गया और अब न्यू कोचबिहार से कामाख्या जंक्शन तक की लाइन के विद्युतीकरण का काम जोरों से चल रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/देबोजानी/

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