राष्ट्रीय उद्यान काजीरंगा का अधिकांश हिस्सा बाढ़ में डूबा
राष्ट्रीय उद्यान काजीरंगा का अधिकांश हिस्सा बाढ़ में डूबा

राष्ट्रीय उद्यान काजीरंगा का अधिकांश हिस्सा बाढ़ में डूबा

गोलाघाट (असम), 15 जुलाई (हि.स.) । लगातार हो रही बरसात के के चलके राज्य की नदियों का जलस्तर उफान पर है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में भी ब्रह्मपुत्र नद का पानी घुस आने की वजह से जंगली जानवरों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। मिली जानकारी के अनुसार काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का लगभग 85 फीसद इलाका पूरी तरह बाढ़ में डूब गया है। बाढ़ के पानी से सिर्फ राष्ट्रीय उद्यान का बाघ प्रकल्प, बाघ जोन कुकुराकाटा पहाड़ और चतुर्थ संयोजन सहित कुछ पहाड़ी हिस्सा बचा हुआ है। राष्ट्रीय उद्यान के जानवर सुरक्षित स्थल की ओर रुख कर रहे हैं। ज्यादातर जानवरों को कार्बी पहाड़ की ओर जाते देखा गया है। जिसकी वजह से वन कर्मी लगातार राष्ट्रीय राजमार्ग व बाढ़ प्रभावित इलाकों में पेट्रोलिंग कर रहे हैं। वन कर्मियों द्वारा पिछले एक सप्ताह के भीतर 75 राष्ट्रीय उद्यान के जंतुओं को बरामद किया जा चुका है। सुरक्षित स्थल की ओर रुख करते समय राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की चपेट में आने की वजह से अब तक 12 जानवरों की मौत हो चुकी है। वन विभाग द्वारा दिशा निर्देश जारी किए जाने के बाद भी कुछ वाहन चालक तेज रफ्तार से काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान वाले क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहन चलाते हैं। जिसकी वजह से जानवरों की मौत हो जाती है। हिन्दुस्थान समाचार/ असरार/ अरविंद-hindusthansamachar.in

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