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उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चैती छठ संपन्न

कोकराझार (असम), 19 अप्रैल (हि.स.)। कोकराझार जिला के फकीराग्राम में सोमवार को व्रतियों द्वारा उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा संपन्न हो गया। चार दिवसीय महापर्व के दौरान भगवान भास्कर की आराधना में पूरा इलाका सराबोर रहा। कोरोना नियमों का पालन करते हुये छठ घाटों पर व्रतियों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। इस मौके पर छठ घाटों पर की गई आकर्षक साज-सज्जा का दृश्य काफी मनोहारी दिखा। सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर व्रतियों ने 36 घंटे से जारी निर्जला उपवास का समापन किया। कोकराझार जिला फकीराग्राम हेल नदी के घाट श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गयी। इससे पहले रविवार की शाम को छठ घाटों पर व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। अर्घ्य के दौरान व्रतधारी महिलाएं व पुरुष जल में काफी देर तक हाथ जोड़े खड़े रह कर सूर्य की आराधना की और अस्तचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के लिए पूजा समितियों द्वारा छठ घाटों पर कई प्रकार के इंतजाम किए किए गए थे, ताकि व्रतियों को कोई कठिनाई न हो। अर्घ्य अर्पित करने के बाद घाटों पर सुहागिन महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर आशीर्वाद प्राप्त किया। छठ घाटों पर सोमवार की सुबह पांच बजे से ही व्रतियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। लोकआस्था का महान पर्व छठ श्रद्धा एवं भक्ति भरे वातावरण में संपन्न हो गया। हिन्दुस्थान समाचार /किशोर/ अरविंद

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