
नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू को आज शनिवार (9 सितंबर) को भ्रष्टाचार के आरोप में सुबह आन्ध्र प्रदेश के अपराध शाखा (सीआईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी नंदयाल के गंगापुरम् स्थित आर.के. फंक्शन हॉल से की गई, जहां वे रात्रि विश्राम कर रहे थे। गिरफ्तारी के बाद आंध्र प्रदेश पुलिस के अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। TDP प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के बाद से उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पूरे प्रदेश में विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया हैं।
नायडू ने कहा, मैनें कुछ नहीं किया
अपनी गिरफ्तारी के बाद TDP प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा, उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया है, जिससे उनको गिरफ्तार किया जा रहा है। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को साजिश बताया है। चंद्राबाबू ने कहा, साजिश के तहत उनकी गिरफ्तारी हुई है, और इसके पीछे युवाजन श्रमिक रायतू कांग्रेस पार्टी (YSRCP) है। उन्होंने YSRCP पर आरोप लगाया है कि वे डर का माहौल पैदा करना चाहते हैं इसलिए उन्होंने ऐसा किया है।
नायडू की गिरफ्तारी के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू
चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के बाद तेलुगु देशम के नेताओं ने गिरफ्तारी के खिलाफ तिरुपति के अन्नपूर्णा सरुकुलु केंद्र में टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। नायडु के बेटे नारा लोकेश अपने पिता की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन कर रहें है। वहीं इस पूरे मामले पर नायडू ने कहा, 'मैंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है। सीआईडी ने बिना किसी उचित जानकारी के मुझे गिरफ्तार कर लिया और मैंने उनसे सबूत दिखाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने सबूत दिखाने से इनकार कर दिया और मेरी भूमिका के बिना मेरा नाम एफआईआर में जोड़ गया है।
नायडू को इन धाराओं में किया गया गिरफ्तार
सीआईडी की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा नायडू को दिए गए नोटिस में कहा गया है कि, 'आपको सूचित किया जाता है कि आपको सुबह छह बजे नंदयाल शहर के ज्ञानपुरम स्थित मूलसागरम के आवास आर के फंक्शन हॉल से गिरफ्तार कर लिया गया है और यह एक गैर-जमानती अपराध है।' नोटिस के मुताबिक, नायडू को धारा 120बी (आपराधिक साजिश), 420 (धोखाधड़ी) और 465 (जालसाजी) सहित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की अन्य प्रासंगिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों के अनुसार नायडू को नोटिस दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) की धारा 50 (1) (2) के तहत दिया गया था।
क्या मामला है?
आंध्र प्रदेश स्टेट स्किल डेवलपमेंट स्कैम (एपीएसएसडीएस) मामले में चंद्रबाबू नायडू को मुख्य आरोपी बनाया गया है। इस घोटाले में सैकड़ों करोड़ रुपए के गबन का आरोप लगा है। 2016 में टीडीपी सरकार में बेरोजगारों को उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए कौशल प्रशिक्षण प्रदान करके सशक्त बनाने के लिए एपीएसएसडीसी की स्थापना हुई थी।
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