
नई दिल्ली, हि.स.। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया के माध्यम से इजराइल - फिलिस्तीन युद्ध पर केंद्र सरकार के रुख की आलोचना की है और इसे बेहद निराशाजनक बताया है।
केसी वेणुगोपाल ने आज कहा कि जब हर दिन सैकड़ों लोग मारे जाते हैं, तब भी केंद्र सरकार संवेदना व्यक्त करने से ऐसे हाथ धो देती है, जैसे यह कोई भेंट हो। ये भारत की शैली और रवैया नहीं था। भारत प्राचीन काल से ही फिलिस्तीन के साथ रहा है। भारत ने उन लोगों के अधिकारों के संघर्ष के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया है लेकिन भारत ने इजराइल या फिलिस्तीन के किसी भी हमले की कड़ी निंदा नहीं की।
भारत इसके खिलाफ कड़ा रुख अपनाए बिना कैसे खड़ा रह सकता है ?
वेणुगोपाल ने कहा कि कुछ देश इजराइल द्वारा गाजा को पूरी तरह से खत्म करने के लिए किए जा रहे क्रूर हमले का समर्थन कर रहे हैं और उन्होंने भारत से इसके पीछे नहीं खड़े होने का आग्रह किया। इसे आश्चर्यजनक बताते हुए उन्होंने कहा कि जब निर्दोष और असहाय महिलाएं और बच्चे, गोलीबारी में फंस जाते हैं, तो भारत इसके खिलाफ कड़ा रुख अपनाए बिना कैसे खड़ा रह सकता है ?
वेणुगोपाल ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तत्काल ध्यान देने की मांग की
वेणुगोपाल ने इस युद्ध के भयावह परिणामों पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तत्काल ध्यान देने की मांग की है और कहा है कि भारत को शांति लाने और प्रभावितों को राहत प्रदान करने के प्रयासों का नेतृत्व करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह वह परिपक्व और सम्मानजनक रुख है, जिसकी दुनिया भारत से अपेक्षा करती है।
वेणुगोपाल ने कहा कि इजराइल हो या फिलिस्तीन, दोनों देश अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों से बंधे हैं। इजराइल में महिलाओं, बच्चों और कमजोर नागरिकों के खिलाफ हमास द्वारा किए गए अत्याचारों को किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं ठहराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लेकिन उस ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की जांच करना भी जरूरी है, जिसने उन्हें ऐसी परिस्थितियों तक पहुंचाया।
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