कोलंबो, 13 सितंबर (भाषा) श्रीलंका की सरकार द्वारा प्रस्तावित 20वें संविधान संशोधन को संसद के आदेश पत्र में शामिल किए जाने से पहले सत्तारूढ़ दल एसएलपीपी के संसदीय समूह के एक धड़े से ही विरोध का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी के सदस्यों ने रविवार को यह बात कही। क्लिक »-www.ibc24.in